पहले करता था हैवानियत, फिर मासूमो को उतारता था मौत के घाट

गुरुग्राम :गुड़गांव के सेक्टर-66 में   पिछले सप्‍ताह हुई  3 साल की मासूम  से हैवानियत  के बाद  बेरहमी से हत्‍या का आरोपी पकड़ा गया । पूछताछ में युवक ने अब तक 9 मासूम बच्चियों से रेप और हत्या की बात कबूली है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह सीरियल किलर है और खास तौर पर मासूम बच्‍च‍ियों को अपना शिकार बनाता था। इन बच्चियों की उम्र 3 से 8 साल के बीच थी। इनमें 3 मामले गुड़गांव के, 1 ग्वालियर, 1 झांसी और 4 दिल्ली की बच्चियां शामिल हैं। वह उन्‍हें चॉकलेट, मिठाइयां और अन्‍य चीजों का लालच देकर अपने पास बुलाता था और फिर अपने हवस को अंजाम देकर बेरहमी से उनकी हत्‍या कर देता था।

 

पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, गुरुग्राम में 12 नवंबर को 3 साल की मासूम से रेप व दुष्‍कर्म के आरोपी ने ऐसी कम से 9 घिनौनी वारदातों को अंजाम दिया। वह खास तौर पर झुग्गी-झोपड़ियों की लड़कियों को अपना शिकार बनाता था। उसकी नजर हमेशा अकेली बच्‍ची को तलाशती थी, जिन्‍हें बहला-फुसलाकर वह अपने साथ ले जाता था और फिर अपनी घिनौनी करतूतों का शिकार बनाता था। लेकिन वह लगातार पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।

मीडिया  के अनुसार, पुलिस ने गुरुग्राम रेप व मर्डर केस में जिस आरोपी को पकड़ा है, वह 20 साल का युवक है और उसका नाम सुनील बताया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ और शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस ने जो कुछ भी बताया, वह दिल को दहला देने वाला है। पुलिस के मुताबिक, रेप से पहले वह ईंट से मारकर मासूम बच्चियों के पैर तोड़ देता था।

 

गुरुग्राम में 12 नवंबर को भी उसने इसी हैवानियत के साथ बच्‍ची की हत्‍या कर दी थी। बच्‍ची का सिर कुचला हुआ मिला था, जिस पर संभवत: ईंट से वार किया गया था। उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी की स्टिक भी मिली थी। पुलिस के अनुसार, उसने सबसे पहले 2016 में 4 साल की बच्‍ची को अपना शिकार बनाया था, जिसे उसने एक मंदिर से अगवा किया था। बच्‍ची का शव उस साल 27 नवंबर को सोहना रोड पर ओमैक्‍स मॉल के पीछे झाड़‍ियों में मिला था।

इसके 2 महीने बाद जनवरी 2017 में भी उसने 5 साल की एक बच्‍ची से दरिंदगी की थी, जिसका सड़ा-गला शव 20 दिन बाद बरामद किया गया था। इन दोनों लड़कियों के भी सिर व पैर पर चोट के निशान पाए गए थे। हालांकि पिछले करीब 2 साल में पुलिस उसके बारे में सुराग लगाने में विफल रही। पुलिस का कहना है कि इसकी एक वजह तो यह रही कि उसका कोई स्‍थाई ठिकाना नहीं था। वह भंडारों में भोजन करता था और कहीं भी सो जाता था। लेकिन उसकी नजर हमेशा अकेली बच्‍च‍ियों पर होती थी।

दूसरा, वह मोबाइल फोन का भी इस्‍तेमाल नहीं करता था, जिसके कारण सर्विलांस के जरिये उसका पता नहीं लगाया जा सका। पुलिस का कहना है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान उसने दिल्‍ली में 4 लड़कियों, ग्‍वालियर में 1 और झांसी में भी एक अन्‍य मासूम को निशाना बनाने की बात कबूली, जबकि गुरुग्राम में उसने ऐसी 3 वारदातों को अंजाम दिया।

रेप से पहले टांग तोड़ता था’
9 बच्चियों से रेप के बाद हत्या करने वाले दरिंदे सुनील का वारदात करने का तरीका भी रोंगटे खड़े कर देने वाला है। भंडारे या अन्य सुनसान स्थान से वह बच्ची को कुरकुरे या चॉकलेट दिलाने के बहाने साथ ले जाता था और सुनसान स्थान पर ले जाकर वह सबसे पहले बच्ची की टांग तोड़ देता था, ताकि वह भागने न पाए। इसके बाद दरिंदगी से रेप करता और फिर सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर देता। शव को कभी मौके पर तो कभी अगल बगल फेंक देता था। वारदात के बाद वह शराब पीकर एंजॉय करता था।

8 साल पहले हुई पिता की मौत के कुछ दिन बाद ही वह घर से चला गया था। बीते 7 साल से वह घर से अलग रह रहा था और इसी तरह सड़कों पर घूमता रहता था। कहीं भी लगे भंडारे में फ्री का खाना खाता और जब शराब के लिए रुपये की जरूरत होती तो एक-दो दिन मजदूरी कर लेता था। इन सभी बच्चियों की हत्या और रेप की वारदात को उसने बीते दो साल में अंजाम दिया।


वारदात के बाद दिल्ली और झांसी गया

मंगलवार को पत्रकारों से डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने बताया कि पूछताछ में युवक ने खुलासा किया कि वारदात के बाद वह ओल्ड गुड़गांव गया। गुरुद्वारा में भंडारा खाकर वह कमला नेहरू पार्क में सो गया। अगली सुबह ट्रेन पकड़ दिल्ली गया। 13 नवंबर को दिनभर वह दिल्ली में घूमता रहा और रात में निजामुद्दीन स्टेशन के पास पुल के नीचे सो गया। अगली सुबह ट्रेन से झांसी गया। तब से वहीं घूमता रहा। उन्होंने बताया, ‘गुड़गांव में 3, दिल्ली में 4 और ग्वालियर व झांसी के 2 मामलों का खुलासा हुआ है। सभी में उसने रेप के बाद बच्चियों की हत्या कर दी। उससे पूछताछ कर सबूत जुटाए जा रहे हैं। सेक्टर-39 क्राइम ब्रांच की टीम को 2 लाख रुपये का इनाम व प्रशंसापत्र दिया जाएगा।’

पुलिस ने लगाए भंडारे, 2 हजार लोगों से पूछताछ
जांच में पुलिस को पता चला कि युवक सड़क किनारे कहीं भी सो जाता है तो कभी मजदूरी करने लगता है। उसे भंडारे में खाना खाने का शौक है। अकसर वह ऐसा करता है। उसे फंसाने के लिए पुलिस ने मंगलवार को गुड़गांव के एक हनुमान मंदिर में, गुरुवार को सांई मंदिर में और शनिवार को शनि मंदिर में भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने करीब 2 हजार लोगों को चेक किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

सिटी में तीन बच्चियों को बनाया शिकार
पूछताछ में पता चला कि नवंबर 2016 और जनवरी 2017 में उसने गुड़गांव में दो बच्चियों से रेप कर उनकी हत्या की थी। नवंबर 2016 में उसने सिविल लाइंस स्थित पीर बाबा मजार पर भंडारा खाने पहुंची बच्ची का अपहरण कर रेप किया और फिर मार डाला। कुछ दिन बाद बच्ची का शव राजीव चौक के पास सीवर लाइन से बरामद किया गया था। इसके साथ ही जनवरी 2017 में उसने सोहना रोड शनि मंदिर पर आयोजित भंडारे से इसी तरह एक बच्ची को अपने साथ लिया और रेप के बाद मार डाला। बच्ची के शव को उसने ओमेक्स मॉल के पीछे खाली जमीन में डाल दिया था। इसके अलावा दिल्ली के 4, ग्वालियर व झांसी के 2 मामलों का खुलासा हुआ है। सभी में उसने रेप के बाद बच्चियों की हत्या कर दी थी।

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