गुवाहाटी। पूर्वात्तर के तीन राज्यों के दौरे के क्रम में यहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को बाधित करने या बाधा पहुंचाने की कोशिश के आरोप में अलग-अलग स्थानों से 10 से अधिक लोगों को शनिवार को हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक कामरूप (एम) के उपायुक्त कार्यालय के पास से आज सुबह चार युवकों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि इन युवकों को लोकसभा से पारित हुए नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के विरोध में श्री मोदी के कार्यक्रम में बाधा डालने की कोशिश करने की खूफिया जानकारी के आधार पर हिरासत में लिया गया।
श्री मोदी को काला झंडा दिखाने तथा उनके काफिले को बाधित करने के प्रयास के आरोप में शहर के भरालु और सत्गांव इलाके से भी कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने दावा किया कि श्री मोदी का यहां राजभवन से गुवाहाटी हवाई अड्डे तक का सफर बगैर किसी बाधा के सुचारू रहा। किसी प्रकार के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए पहले ही पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी थी।
ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसु) ने शुक्रवार शाम श्री मोदी के आगमन पर काले झंडे लहराए थे और आज भी श्री मोदी की यात्रा के विरोध में प्रदर्शन किया। आसु की ओर से शनिवार को राज्य भर में श्री मोदी के पुतले जलाये जायेंगे।
इस बीच, श्री मोदी की यात्रा के विरोध में ताई अहोम युवा परिषद द्वारा 12 घंटे के राज्यव्यापी बंद के कारण पूर्वी असम के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ।
श्री मोदी शुक्रवार शाम गुवाहाटी पहुंचे और राजभवन में रात बिताई। श्री मोदी अपने पूर्वाेत्तर यात्रा के पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश के लिए आज सुबह रवाना हुए। वह सरहद पर एक सार्वजनिक रैली में भाग लेने के लिए श्री मोदी एक बार फिर गुवाहाटी लौटेंगे तथा आज शाम अपनी यात्रा के अंतिम चरण के लिए त्रिपुरा के लिए रवाना होंगे।
यहां के स्थानीय लोग नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 का विरोध कर रहे हैं, जो भारत में सात साल निवास करने वाले बांगलादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदुओं, सिखों, पारसियों, इसाइयों, बौद्धों और जैन समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिता प्रदान करता है। लोकसभा ने आठ जनवरी को ध्वनिमत से इस विधेयक को पारित किया था, लेकिन यह राज्यसभा में फिलहाल लंबित है।
अग्रतला में पीएम एक जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां वह एयरपोर्ट पर दिवंगत राजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य बहादुर की मूर्ति का अनावरण करेंगे। दक्षिणी त्रिपुरा में पीएम गोमती जिला गरजी और बिलोनिया के बीच बने 23 किमी के रेलवे ट्रैक का उद्धाटन करेंगे। असम में भाजपा नेताओं की तीन लाख कार्यकर्ताओं को जुटाकर रैली करने की योजना है। आसु के चीफ अडवाइजर सामुज्जल भट्टाचार्य का कहना है, “यह एक सरकारी योजना है। एम्स, ब्रह्मपुक्ष पर ब्रिज सभी असम एकोर्ट का हिस्सा है। हमें विकास की जरूरत है लेकिन हमें बिल नहीं चाहिए। विरोध में शामिल लोगों की संख्या पीएम की जनसभा में शामिल लोगों से अधिक होगी। हम पीएम के पुतले भी जलाएंगे।” असम के एक मंत्री सिद्धार्थ भट्टाचार्य का इसपर कहना है कि जो भी लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, सभी कांग्रेस के सहयोगी हैं। इनसे और उम्मीद भी क्या की जा सकती है? त्रिपुरा से मकपा के तीन सांसदों का कहना है कि वह भी पीएम की यात्रा का बहिष्कार करेंगे।