कमिश्नर ने पुलिस टीम को 50 हजार इनाम की करी घोषणा
भास्कर समाचार सेवा
आगरा में बीते दिनों सामने आए एक करोड़ के मसाले और काजू हड़पने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
एक हॉफ ग्रेजुएट युवक ने फर्जी दस्तावेजों से कंपनी बनाकर करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दे दिया। बीते माह दो कंपनियों से एक करोड़ सात लाख का माल मंगाने के बाद आरोपी ने कंपनी का आफिस बंद कर दिया। कंपनी के प्रतिनिधियों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर एक करोड़ से अधिक कीमत के ड्राई फ्रूट्स और मसाले बरामद किए हैं।
पहले जानिए पूरा मामला
आगरा के थाना हरीपर्वत में तमिलनाडु की कंपनी लाइफ स्पाइस प्रा लि के प्रतिनिधि देवेंद्र झा ने शिकायत की थी कि उनकी कंपनी से ऑनलाइन बातचीत के बाद फार्मर फ्रेश कंपनी के आगरा के संजय प्लेस वृंदावन टॉवर स्थित कार्यालय में कथित एमडी सौरभ पालीवाल समेत कई लोगों ने एक करोड़ रुपए कीमत का गरम मसाला आर्डर किया और माल डिलीवर होने के बाद पेमेंट नहीं किया और आफिस बंद कर फरार हो गए हैं। इसके कुछ ही देर बाद कर्नाटक की कंपनी स्मार्ट कैश्यु के प्रतिनिधि अल्केश शर्मा ने शिकायत करी कि उनकी कंपनी से संपर्क कर फार्मर फ्रेश कंपनी के द्वारा बहाना बनाकर बिना पेमेंट दिए एक हजार किलो काजू कीमत लगभग सात लाख का आर्डर मंगवाया और फिर आफिस बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों ही मामलों में मुकदमा दर्ज किया और तलाश शुरू कर दी। गुरुवार को एसओजी और थाना पुलिस के द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर के खंडहर नुमा मकान में छापा मारकर छः आरोपियों को गिरफ्तार कर एक करोड़ से अधिक कीमत के 575 बोरे लौंग, इलाइची,जीरा, 40 कार्टून जावित्री,20 टीन काजू, 8 अलग – अलग बैंक की चेक, 8 एटीएम, 15 अनएक्टिव सिम कार्ड, 4 फर्जी आधार कार्ड, फर्जी एग्रीमेंट, 1 फर्जी मेडिकल आफिसर की और दस गुरुग्राम की मोहर व 78 विजिटिंग कार्ड बरामद किए हैं। आरोपियों के नाम सौरभ पालीवाल निवासी मथुरा, राजवीर निवासी अलवर ,राजस्थान, संदीप गुर्जर निवासी मथुरा,अमित निवासी मथुरा,ललित निवासी मथुरा और संजय निवासी राजस्थान प्रकाश में आए हैं।
अनग्रेजुएट ने बनाया था ठगों का गैंग
पुलिस पूछताछ में गैंग के सरगना आरोपी सौरभ पालीवाल ने बताया की वो बीए सेकेंड इयर तक पढ़ा है। इसके बाद गुरुग्राम में मोबाइल रिपेयरिंग का काम किया और फिर एक ड्रायफ्रूट्स की कंपनी में पर्चेस एक्जीक्यूटिव का काम किया। कुछ समय बाद दूसरी कंपनी में सेल और परचेज दोनों काम किए। इस दौरान देश के तमाम ड्रायफ्रूट्स व्यापारियों और कंपनियों की जानकारी हो गई। कुछ बड़ा करने के उद्देश्य से नौकरी छोड़ कर आगरा में काम शुरू किया।
यह था ठगी का तरीका
आरोपी सौरभ ने बताया की आफिस खोलने के बाद उसने पहले कर्मचारियों की भर्ती की और फिर व्यापारियों से संपर्क किया। पहले छोटे अमाउंट का आर्डर देकर पेमेंट देता था और भरोसा हासिल करने के बाद बड़े अमाउंट का आर्डर देकर माल मंगाता था। माल डिलीवर होने के बाद सिम बदल दी जाती थी। डिलीवर माल को अपनी कंपनी का टैग लगाकर बेच दिया जाता था। इस बार बड़ा हाथ मारने का प्लान था और माल मंगाने के बाद आफिस बंद कर गोदाम से माल निकाल लिया था। गुरुवार को माल दूसरी जगह शिफ्ट करवा रहा था कि पुलिस ने पकड़ लिया।
पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेजा है। डीसीपी सिटी विकास कुमार के अनुसार आरोपियों ने और कई लोगों से भी ठगी की है, उसका डाटा जुटाया जा रहा है। इसके साथ शामिल अन्य के बारे में जानकारी कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे। अपराधियों के पुराने मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है।