हनुमान जी पूरी करेंगे या नहीं मनोकामना, इस सपने में देते हैं संकेत

Seema Pal

हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जी पूजनीय देवता माने जाते हैं। रोजाना लाखों-करोड़ श्रद्धालु हनुमानजी के मंदिर जाकर अपनी मनोकामना मांगते हैं। खासकर राजस्थान के महंदीपुर वाले बालाजी और मध्य प्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर धाम वाले बालाजी में लोग मनोकामना पूर्ति के लिए अरजी लगाते हैं।

कैसे जानें मनोकामना पूरी होगी या नहीं

मगर अरजी लगाने के बाद लोग सोच में पड़े रहते हैं कि उनकी भगवान उनकी अरजी स्वीकार करेंगे या नहीं या फिर उनकी मनोकामना पूरी होगी या नहीं ? आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब हनुमानजी भक्त की मनोकामना स्वीकार कर लेते हैं तो उसे स्वप्न में बड़ा संकेत देते हैं। जिससे आपको यह पता चल जाता है कि आपकी अरजी भगवान ने स्वीकार कर ली है और जल्दी ही वह मनोकामना पूरी हो जाएगी।

हनुमान जी सपने में दिखाते हैं बंदर

जब आप बालाजी (हनुमान) जी के पास जाकर अपनी इच्छा पूर्ति की कामना लेकर जाते हैं और अरजी लगाते हैं तो हनुमान जी मनोकामना पूरी करेंगे या नहीं इस बात का खुद संकेत देते हैं। भगवान के पास अरजी लगाने के 15 दिनों के अंदर ही हनुमान जी आपके स्वप्न में वानर (बंदर) रूप में आकर दिखाई देते हैं। इसका अर्थ होता है कि हनुमान जी ने आपकी अरजी स्वीकार कर ली है। वह जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी कर देंगे।

कैसे लगाते हैं बालाजी को अरजी

मेहंदीपुर वाले बालाजी के पास अरजी लगाने के लिए बालाजी मंदिर में लड्डुओं की थाल लेकर भगवान को अर्पित करें। इसके बाद अपने मन में मनोकामना कहें और मनोकामना पूरी होने के बाद सवामणि चढ़ाने का संकल्प करें। वहीं बागेश्वर धाम सरकार के पास अरजी लगाने के लिए मंदिर जाकर नारियल चढ़ाए और मन की इच्छा पर्ची में लिखकर भगवान से कहे। अब इस नारियल और पर्ची को मंदिर के पास कहीं बांध दें। जब मनोकामना पूरी हो जाए तो दोबारा मंदिर जाकर नारियल को खोल दें।

घर बैठकर कैसे लगाएं अरजी

आप चाहें तो घर बैठकर ही बालाजी से अरजी लगा सकते हैं। इसके लिए घर के मंदिर में पूजा वाले स्थान पर लाल कपड़े में लपेट कर नारियल लें और अपनी मनोकामना कहें। फिर उस नारियल को पूजा-स्थल पर हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने रख दें। जब आपकी मनोकामना पूरी हो जाए तो उस नारियल को लेजकर बालाजी मंदिर में चढ़ा दें।

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