
पंजाब में पिछले चार महीनों में हुए 17 ग्रेनेड हमलों में प्रमुख भूमिका निभाने वाले हैप्पी पासिया को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज कर दी है। जानकारी के अनुसार, हैप्पी पासिया ने इन सभी हमलों की जिम्मेदारी ली है, और हर बार सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर खुद को प्रकट किया है।
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आतंकियों ने बताया है कि पासिया ने उन्हें पैसे का लालच देकर इस हिंसक कृत्य के लिए उकसाया। अधिकांश आंतकियों का नशीली दवाओं के सेवन से संबंध था और उन्हें पासिया के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया था। इससे पहले ही, पासिया ने कई बार मुठभेड़ों में मारे गए अपने साथियों का बदला लेने की पुलिस को धमकी दी थी।
हाल ही में गुरदासपुर में किला लाल सिंह थाना के बाहर हुए तीन धमाकों की जिम्मेदारी भी पासिया ने ली। उसने कहा कि ये हमले उसके मारे गए साथियों का बदला लेने के लिए किए गए।
पासिया पहले नशे के आदी लोगों को पैसे का लालच देकर उन्हें अपने लिए काम करने के लिए उकसाता था। लेकिन काम के बाद, वह उन्हें दिया गया पैसा भी पूरा नहीं देता और जान से मारने की धमकी देकर और हमलों को अंजाम देने के लिए मजबूर करता था।
क्या हैप्पी पासिया का आतंक?
हैप्पी पासिया, जो अमृतसर के पासिया गाँव का निवासी है, दसवीं कक्षा तक पढ़ा है लेकिन वह आतंकवाद में एक मास्टरमाइंड के रूप में उभरा है। एनआईए ने उसके खिलाफ पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित किया है। वह पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी माना जाता है।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब उसका ट्रैक रिकॉर्ड और अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि राज्य में शांति बहाल की जा सके।