बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ करने के मामले में विसनगर कोर्ट ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को दोषी ठहराते हुए 2 साल की जेल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने 17 आरोपियों में से 3 लोगों को दोषी ठहराया है, वहीं 14 लोगों को बरी कर दिया है.
2015 के इस हिंसा मामले में हार्दिक पटेल के अलावा लालजी पटेल को भी दोषी करार दिया गया है. मेहसाणा की विसनगर कोर्ट ने हार्दिक और लालजी पटेल को दोषी ठहराते हुए 2-2 साल की सजा सुनायी है. साथ ही कोर्ट ने दोनों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
2015 का यही वो समय था जब गुजरात में आरक्षण की मांग को लेकर हार्दिक पटेल की अगुवाई में पाटीदार आंदोलन सड़क पर था और जगह-जगह आगजनी व तोड़फोड़ की घटनाएं अपने चरम पर थीं. इसी दौरान बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर पर हमला हुआ था. गौर हो कि 2015 में पाटीदार आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल और लालजी पटेल पर विसनगर के बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर पर आगजनी और तोड़फोड़ का आरोप था.
बता दें हार्दिक पटेल ने हाल ही में फिर से आरक्षण की मांग के साथ आंदोलन करने का ऐलान किया है. सिर्फ आंदोलन ही नहीं, हार्दिक ने इस बार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने की भी घोषणा की है. उन्होंने दावा किया है कि वह पाटीदारों को आरक्षण के लिए भूख हड़ताल करेंगे और यह आरक्षण मिल जाने के बाद ही खत्म होगी. उनका यह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल 25 अगस्त से शुरू होगा.
हार्दिक पटेल ने फेसबुक लाइव के जरिए ये घोषणा की और लोगों के सवालों का जवाब देते हुए भूख हड़ताल करने का ऐलान किया. हार्दिक ने कहा कि अब ‘आर या पार’ की लड़ाई का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि पाटीदारों को आरक्षण, बेरोजगारी और किसानों की समस्या उनकी प्राथमिकताएं हैं.
गौरतलब है कि 25 अगस्त को पाटीदार क्रांति रैली के तीन साल पूरे हो रहे हैं. तीन साल पहले जब पहली बार पाटीदार समाज आरक्षण की मांग के साथ सड़कों पर उतरा था, तो उनके खिलाफ पुलिस प्रशासन ने बंदूकों और लाठियों का जमकर इस्तेमाल किया था. जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी. इस आंदोलन के बाद बड़ी संख्या में पाटीदार समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे. जिससे गुस्साए पाटीदारों ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जमकर मुखालफत की थी. अब एक बार हार्दिक पेटल के नेतृत्व में पाटीदार समुदाय अपनी वर्षों पुरानी मांग को लेकर आंदोलन के मूड में है. ऐसे में हार्दिक को कोर्ट द्वारा मिली दो साल की जेल से उनके अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को बड़ा झटका लगना तय है.