हरिद्वार। हरिद्वार में बदहाल होती सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए एक बार फिर से नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने स्वम कमान संभाल ली है बेहतर सफाई व्यवस्था बनाने के लिए नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने हर की पौड़ी सहित सभी घाटों की सफाई व्यवस्था के लिए आउट सोर्स से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की है। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का कहना है कि किसी भी कीमत पर शहर की सफाई व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा जिसके लिए उन्होंने 150 आउट सोर्स से सफाई कर्मचारी नियुक्त किए हैं। नगर आयुक्त ने बताया कि शनिवार रात से ही 150 सफाई कर्मचारी मुख्य घाटो व बाजारों में रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए लगाए गए हैं।
नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने फिर से कसी कमर, 150 सफाई कर्मचारी लगाए
उन्होंने यह भी बताया कि देवपुरा से अपर रोड तक 20 सफाई कर्मचारी, मोती बाजार, सब्जी मंडी, बड़ा बाजार की सफाई व्यवस्था के लिए 15 कर्मचारी, कुशा घाट, नाइ सोता, मालवीय घाट की सफाई व धुलाई के लिए 30 कर्मचारी लगाए गए हैं। इसी तरह सीसीआर से अलकनंदा घाट की सफाई व्यवस्था के लिए 12 कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।
नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने यह भी बताया कि नगर निगम के पास 460 परमानेंट सफाई कर्मचारी मौजूद है जोकि सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त नहीं है इसीलिए आउट सोर्स के माध्यम से 150 कर्मचारियों को रखा गया है जो कि रात्रि के समय में घाटों की सफाई के साथ-साथ धूलाई भी करेंगे जिनकी मॉनिटरिंग के लिए अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।
दयानंद सरस्वती ने यह भी कहा कि आने वाले कांवड़ मेले को लेकर 1400 सफाई कर्मचारियों की डिमांड भी शासन से की गई है। बता दें कि हरिद्वार के 70 घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था नमामि गंगे के तहत आकांक्षा इंटरप्राइजेज को दी गई थी जिसका कार्यकाल पूरा होने के बाद घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है लेकिन अब उम्मीद है कि नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के द्वारा सफाई व्यवस्था को एक बार फिर से दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है अब देखना यह होगा कि नगर आयुक्त की योजना कितना असर दिखा पाती है?