दैनिक भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। मतांतरण पर रोक लगाने के लिए विधानसभा में उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक पारित किए जाने पर विश्व हिन्दू परिषद ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उत्तराखंड सरकार का आभार प्रकट किया हैं। विहिप के उत्तराखण्ड प्रांत अध्यक्ष रविदेव आनंद ने कहा कि विहिप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उत्तराखंड में निरंतर जारी अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए कठोर, प्रभावी कानून बनाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने विश्व हिन्दू परिषद को आश्वस्त किया था कि इस संबंध में जल्द ही संशोधन विधेयक को विधानसभा में प्रस्तुत करेंगे।
आश्वासन को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विधेयक को पारित कर दिया। इसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। रविदेव आनंद ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद सनातन धर्म की रक्षा के लिए लंबे समय से यह मांग उठाता आ रहा था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी धर्मांतरण विरोधी कठोर कानून बनाकर ऐतिहासिक कार्य किया है।
प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार ने कहा सुनियोजित धर्मांतरण को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजातियों के जिन व्यक्तियों ने धर्मांतरण किया है, उन व्यक्तियों को जनजातियों को मिल रहे लाभों से वंचित करने के लिए भी आवश्यक संविधान संशोधन किया जाना चाहिए। इस दौरान संध्या कौशिक, प्रांत प्रवक्ता वीरेंद्र कीर्तिपाल, प्रांत संयोजिका दुर्गा वाहिनी नीलम त्रिपाठी, प्रभुदयाल अग्रवाल, वीरसेन मानव, संगठन मंत्री कुलदीप पंचौली, अनिल भारतीय आदि मौजूद रहे।