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हरिद्वार। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में किसानों ने इकबालपुर चीनी मिल परिसर में धरना दिया। सैकड़ों किसानों ने चीनी मिल और सरकार पर शोषण का आरोप लगाया। किसानों ने आरोप लगाया कि मिल पर 125 करोड़ रुपए बकाया हैं जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा। गन्ने का खरीद मूल्य भी अविलंब घोषित करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार गन्ना मिल पर मेहरबान है और किसानों का उत्पीड़न कर रही जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मजदूर, किसानों को कुचलने का कार्य किया जा रहा है। विधायक रवि बहादुर और विधायक फुरकान अहमद ने कहा कि किसान जो भी निर्णय लेंगे कांग्रेस उनके साथ है।
इकबालपुर चीनी मिल परिसर में किसानों के साथ धरना देते हरीश रावत।
बीजेपी मजदूर और किसान विरोधी है और कांग्रेस ने सदैव मजदूर, किसानों का साथ दिया। दिल्ली में किसानों के धरने ने सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया था। विधायक ममता राकेश और विधायक विरेंद्र जाती ने कहा कि चीनी मिल को किसानों का भुगतान जल्द से जल्द करना चाहिए।
इन चीनी मिलों को सरकार का पूरा समर्थन मिला हुआ है जिसके कारण मिल भुगतान नहीं कर रही। जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलता आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, विरेंद्र रावत, सतपाल ब्रह्मचारी, राजबीर सिंह चौहान, राव आफाक, तनवीर कुरेशी, प्रधान नीरज चौहान, ठाकुर रत्न सिंह, सुशील राठी, जसवंत चौहान और सैकड़ों किसान नेताओं सहित किसान शामिल थे।