
– पराली जलाने पर किसान को जेल तो कूड़ा जलाने पर किसे जेल
– नगर पंचायत क्षेत्र में लगातार जलाया जा रहा कूड़ा, प्रशासन मौन
मैनपुरी/घिरोर – सर्वोच्च न्यायालय द्वारा खेत में पराली जलाना प्रतिबंधित कर दी गई है। पिछले दिनों पराली जलाने पर किसानों को जेल भेजा गया। लेकिन विपरीत इसके नगर पंचायत द्वारा लगातार ही सड़क किनारे कूड़ा जलाकर प्रदूषण फैलाकर जिला प्रशासन को खुली चुनौती दी जा रही है। अब केवल एक ही सवाल उठता है कि पराली जलाने पर किसान को जेल अब कूड़ा जलाने पर प्रशासन अब किसे जेल भेजेगा। यह सवाल ज्यादातर लोगों की जुबां पर है।
घिरोर से कुरावली आने वाले मार्ग पर घिरोर कस्बा के गोलचक्कर से कुछ ही दूरी स्थित गीता पैलेस के निकट सड़क किनारे नगर पंचायत द्वारा कूड़ा डलवाया जाता है। कूड़ा ज्यादा संख्या में एकत्र हो जाने के बाद उस कूड़े में आग लगा दी जाती है। घंटो तक जलते हुए कूड़े से उठने वाला धुआं लोगांे को परेशान करता है। जब धुआं शुरु होता है तो सड़क पर आवागमन भी बाधित हो जाता है। लोग वहां से निकलना भी बंद कर देते हैं। वहां रहने वाले लोग तो बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाते हैं।
लेकिन नगर पंचायत को कूड़ा जलवाने से मतलव है आम इंसान मरे तो मर जाएं इससे नगर पंचायत को कोई लेना देना नहीं है। इससे पहले भी नगर पंचायत ने कुरावली मार्ग के किनारे पड़े कूड़े के ढेर में आग लगवा दी थी। कूड़ा जलाने के मामले में नगर पंचायत बहुत ही ज्यादा आगे हैं। जहां जहां पर नगर पंचायत के कूड़े के ढेर हैं उन्हें जलाया जा रहा है।











