देहरादून । ऑर्गेनिक, फैब्रिक, हैंडलूम और हैंड क्राफ्ट का शौक रखने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. राजधानी देहरादून में कोरोना के कारण दो साल से स्थगित चल रहे नेशनल हैंडलूम एक्सपो 2022 का आगाज हो गया है. हैंडलूम एक्सपो में जम्मू-कश्मीर से लेकर कर्नाटक और गुजरात से लेकर अरुणाचल तक के ऑर्गेनिक प्रोडक्ट, हैंडलूम और हैंड क्राफ्ट के प्रोडक्ट देखने को मिल रहे हैं।
100 से ज्यादा स्टॉल लगाये गए हैं
देहरादून रेस कोर्स में लगाए गए इस नेशनल हैंडलूम एक्सपो में देश के 13 अलग-अलग राज्यों से तकरीबन 100 से ज्यादा स्टॉल लगाये गए हैं, जिसमें कर्नाटक की सिल्क साड़ियां, जयपुर बगरू के ऑर्गेनिक, फाइबर के आर्टिकल सहित उत्तराखंड के सैकड़ों लोकल प्रोडक्ट मौजूद है. उद्योग विभाग द्वारा लगाया गया यह एक्सपो 5 जून चलेगा. ऐसे में फैब्रिक या हैंड क्राफ्ट का शौक रखने वाले लोगों चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है।
एक्सपो का हर साल इंतजार करते हैं
देहरादून निवासी ललित शर्मा ने बताया कि वह बेसब्री से इस एक्सपो का हर साल इंतजार करते हैं. कोरोना के कारण दो साल बाद शुरू हुए इस एक्सपो से वह काफी खुश हैं. उन्होंने इस एक्सपो से खरीदारी भी की है. साथ ही उनकी धर्मपत्नी ने भी इस तरह के आयोजनों को लेकर खुशी जाहिर की।
एक्सपों से व्यापारियों को उम्मीद
कोविड-19 की दुश्वारियां के बाद शु दून में शुरू हुए नेशनल हैंडलूम एक्सपो में देशभर से छोटे व्यापारी शामिल हो रहे हैं. कर्नाटक बेंगलुरु से विशेष सिल्क साड़ियों का व्यापार करने देहरादून पहुंचे हेमराजन ने ईटीवी भारत से बताया कि वहां कर्नाटक से विशेष कांचीपुरम सिल्क साड़ी लेकर देहरादून पहुंचे हैं. उन्हें उम्मीद है कि पिछले 2 सालों में जितना नुकसान उन्होंने झेला है. उसकी कुछ भरपाई हो पाएगी. अपनी विशेष साड़ियों के बारे में बताते हुए हेमराज ने बताया कि कांचीपुरम सिल्क साड़ियों का अपनी एक अलग विशेषता है और उनके पास 45 से 50 हजार तक की साड़ियां मौजूद है. हेमराजन कहते हैं कि पिछले 2 सालों में ने भारी नुकसान हुआ है और वह उम्मीद कर रहे हैं कि अब आने वाले दौर में उनका यह व्यवसाय उठ पाएगा।
हैंडलूम लोगों की खास पसंद
राजस्थान जयपुर से 30 किलोमीटर दूर बगरू टाउनशिप अपने खास तरह के नेचुरल फाइबर के लिए पूरे देश में जाना जाता है. यह नेशनल हैंडलूम में विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बगरू राजस्थान से देहरादून में हैंडलूम एक्सपो में पहुंचे सुनील सैनी नेमअपने इस खास तरह के प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दी. बताया कि उनके सभी कपड़े हैंड ब्लॉक के ऊपर बनाए जाते हैं।
इसमें सारे ऑर्गेनिक रंगों का प्रयोग किया जाता है. सभी कलर सब्जियों से लिए जाते हैं. इसकी यह विशेषता होती है कि यह शरीर के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होते हैं. यह कपड़ा शरीर के लिए काफी आरामदायक होता है. देहरादून की रश्मि भट्ट ने बताया कि उनको यह विशेष तरह के डिजाइन काफी पसंद आ रहे हैं. यह इस्तेमाल करने में भी बेहद आरामदायक है।
उत्तराखंड के ब्रांड मचा रहे धूम
हैंडलूम एक्सपो में उत्तराखंड के नए ब्रांड भी धूम मचा रहे हैं. देहरादून के जोहड़ी गांव में कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू किए गए गोदाम्बरी टेक्सटाइल ब्रांड की कहानी काफी संघर्ष वाली है. उत्तराखंड की तरफ से नेशनल हैंडलूम एक्सपो में भाग ले रहे हैं. गोदाम्बरी टेक्सटाइल कंपनी की प्रतिनिधि मानसी रांगड़ ने बताया कि उनका यह काम उस समय शुरू किया गया जब देश में बड़ी-बड़ी कंपनियां धराशायी हो रही थी. रोजगार की स्थिति बेहद खराब थी. मानसी ने बताया कि देहरादून जोड़ी गांव में एक बुजुर्ग महिला की प्रेरणा से इस बैंड को शुरू किया गया है, जिसमें आसपास के गांव के तकरीबन दो दर्जन लोगों को रोजगार मिला है और आज यह ब्रांड अपनी मार्केट में पहचान बना रहा है।