कोराना वायरस का कहर भारत में तो थम गया है, लेकिन पड़ोसी देशों में कोविड-19 का खतरा लगातार बढ़ रहा है। खास तौर पर चीन जैसे पड़ोसी मुल्क से ये वायरस का खतरा थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। कुछ समय पहले खबरों में चर्चा थी कि चीन से ये कोरोना वायरस पूरी तरीके से खत्म हो चुका हैँ। बता दे चीन (China) के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकार ने शनिवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण से दो लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। खास बात यह है कि जनवरी 2021 के बाद से मृतक संख्या में दर्ज पहली बढ़ोतरी की गई है।
चीन की मुसीबत बना Omicron Variant
आपको बता दें कि चीन में कोरोना के फैलने का सबसे बड़ी वजह Omicron Variant को माना जा रहा है। देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के काफी मामले सामने आए हैं। चीन में कोरोना संक्रमण से दोनों मौत उत्तर पूर्वी जिलिन प्रांत में हुईं, जिसके बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 4,638 हो गई है। बता दें कि चीन में शनिवार को संक्रमण के 2,157 नए मामले सामने आए, जो संक्रमण के सामुदायिक प्रसार से जुड़े हैं। यानि ये आने वाले दिनों में तेजी से फैल सकते हैं।
जिलिन प्रांत में यात्रा पर लगाए गये प्रतिबंध
चीन में ज्यादातर केस जिलिन प्रांत से सामने आए हैं। संक्रमण के प्रसार को राकने के लिए जिलिन प्रांत में यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके साथ ही लोगों को यात्रा के लिए पुलिस की अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है।
बढ़ते केसों को देख उठाए गये कड़े कदम
चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को देखते हुए सरकार की ओर से कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। शंघाई में स्कूलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है। इसके अलावा चीन के कई पूर्वोत्तर शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसकी वजह है कि कोविड-19 के मामलों में फैलाव या इजाफे को रोका जा सके। चीन के वुहान से 2019 के अंत में फैले संक्रमण के बाद से अब तक 4,636 लोगों की मौत हुई है।
इससे पहले खबर आई थी कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर पाबंदी लगाने वाली एवं अत्यधिक आलोचना का सामना कर रही अपनी ‘जीरो कोविड’ नीति में ढील देने से भी इनकार कर दिया है।
ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA.2 है
एक्सपर्ट्स की मानें तो चीन में कोरोना के नए मामलों में इजाफे की सबसे बड़ी वजह ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA.2 है। ये वेरिएंट खतरनाक तो ही बल्कि इसके प्रसार की क्षमता भी ज्यादा है। पहले भी चीन से शुरू हुए इस वायरस ने दुनिया के कई देशों में तबाही मचाई है। भारत का पड़ोसी होने के नाते हमें अलर्ट रहने की जरूरत है।
खास तौर पर विदेशों से आने वालों की टेस्टिंग और स्क्रीनिंग बहुत सूक्ष्म तरीके से अनिवार्य होनी चाहिए। इन चीजों में जरा सी भी लापरवाही, कोरोना की एक और लहर को न्योता दे सकती है। हालांकि कुछ प्रोफेसर और वैज्ञानिकों को यह मानना है कि देश में अब कोरोना की लहर आएगी भी तो, उतना असर नहीं दिखेगा, जिसके दूसरी लहर में देखने को मिला था। इसके पीछे वैक्सीनेशन बड़ी वजह बताई जा रही है।