नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपितों की टली सुनवाई,नहीं मिली जमानत

नीट पेपर लीक मामले में चार आरोपितों की शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में एडीजे-5 ने सुनवाई करते हुए इस मामले में किसी को जमानत नहीं दी। एडीजी राजेन्द्र कुमार सिन्हा की अदालत ने पुलिस को अगली सुनवाई में एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी लाने की बात कहकर सुनवाई को टाल दिया।

पटना सिविल कोर्ट के अधिवक्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीट पेपर लीक मामले में अनुराग यादव, आयुष कुमार, नितीश पटेल और सिकंदर यादवेंदु की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। एडीजी-5 ने सुनवाई करते हुए इस मामले में किसी को जमानत नहीं दी है। यह चारों आरोपित न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में 25 जून को अगली तिथि निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस को एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी लाने को भी कहा गया है। अगली सुनवाई में डायरी पेश की जाएगी

नीट पेपर लीक मामले में शास्त्री नगर थाने की पुलिस के द्वारा 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें सॉल्वर गैंग के सदस्य के साथ अभ्यर्थी भी शामिल थे। चार आरोपितों की आज जमानत याचिका पर पटना सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद आरोपितों की जमानत पर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं सुनाया है। साथ ही कोर्ट के द्वारा एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी मांगी गई है। नीट पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु दानापुर में नगर आवास विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर पदस्थापित था। वह समस्तीपुर का रहने वाला है। इसकी मुलाकात अमित आनंद से हुई थी। इन्हीं दोनों ने मिलकर इतने बड़े एग्जाम का पेपर लीक करा दिया।

मामले में गिरफ्तार सभी आरोपित पटना के बेऊर जेल में बंद हैं। पुलिस के कबूलनामे में इसने स्वीकार किया है कि इसके पास चार मई को ही पेपर लीक होकर आ गया था और उसी रात में अभ्यर्थियों को पेपर रटवा दिया था। गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग ने भी यह स्वीकार किया है कि चार मई को जो पेपर उसे रटाया गया था, वही प्रश्न एग्जाम में पूछा गया था।

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