टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपनी धारधार गेंदबाजी के दमपर भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी शानदार प्रदर्श कर लोहा मनवाया है। टी 20 विश्व कप 2021 में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ भारत की 10 विकेट की हार के बाद सोशल मीडिया पर मोहम्मद शमी को जमकर गाली पड़ी थीं और उनके धर्म को लेकर भी निशाना बनाया गया था।
शमी ने अब इस पूरे मामले पर बोलते हुए कहा है कि जो पीछे बैठकर गुमनामी का मुखौटा लगाकर काम करते हैं वो असली भारतीय नहीं हो सकते हैं। शमी 24 अक्टूबर को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ 3.5-0-43-0 के आंकड़े के साथ काफी खराब गेंदबाजी की थी जिसके बाद उनके धर्म को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें ट्रोल किया था।
इस घटना के बाद मोहम्मद शमी को सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, इरफान पठान, वीरेंद्र सहवाग सहित पूर्व क्रिकेटरों का समर्थन मिला, जबकि उस वक्त भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी सार्वजनिक रूप से अपनी राय व्यक्त करते हुए ट्रोल्स को स्पाइनलेस करार दिया था।
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत के दौरान मोहम्मद शमी ने कहा, ‘इस तरह की सोच का कोई इलाज नहीं है। (धर्म पर) ट्रोल करने वाले ना तो असली फैंस हैं और ना ही असली भारतीय। यदि आप किसी खिलाड़ी को हीरो मानते हैं और फिर इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो आप भारतीय समर्थक नहीं हो सकते हैं। मुझे लगता है कि ऐसे लोगों के कमेंट से किसी को आहत नहीं होना चाहिए।
मोहम्मद शमी ने आगे कहा, ‘मेरे दिमाग में बस एक ही बात चल रही थी। अगर मैं किसी को अपना आदर्श मानता हूं, तो मैं उस व्यक्ति के बारे में कभी भी बुरा नहीं बोलूंगा। और अगर कोई मुझे आहत करने वाली बात कह रहा है, तो वह मेरा प्रशंसक या भारतीय टीम का प्रशंसक नहीं हो सकता। वास्तव में, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह क्या कहते हैं।’
शमी ने कहा, ‘यह लोगों की मानसिकता है। यह उनकी शिक्षा के निम्न स्तर को दर्शाता है। जब अनजान सोशल मीडिया प्रोफाइल वाले लोग, यहां तक कि कुछ फॉलोअर्स वाला भी, किसी पर उंगली उठाते हैं, तो उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं होता है। उनके लिए, कुछ भी दांव पर नहीं है क्योंकि वे रईस हैं। लेकिन अगर हम उन्हें एक रोल मॉडल के रूप में, एक सेलिब्रिटी के रूप में, एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में प्रतिक्रिया देते हैं, तो हम उन्हें अनुचित महत्व दे रहे हैं। हमें उनके साथ जुड़ने की जरूरत नहीं है।