कानपुर । शहर और आसपास के जिलों से तापमान बढ़ने पर लू चलने के कारण गंभीर रोगियों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है।लू की वजह से उल्टी-दस्त, डायरिया होने से चार रोगियों की मौत हो गई। रोगियों को गंभीर हालत में हैलट और उर्सला में भर्ती किए गए। रोगियों की हालत गंभीर होने पर नर्सिंगहोमों से भी हैलट रेफर किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि रोगी गंभीर होने के बाद अस्पताल आ रहे हैं।उल्टी-दस्त के रोगी दो बच्चों की मौत हुई है। एक रोगी फतेहपुर से हैलट रेफर किया गया था। इसके अलावा ककवन की चार साल की बच्ची की मौत हुई है। बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई। बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण आर्या का कहना है कि नर्सिंगहोमों से रोगी बहुत गंभीर हालत होने के बाद रेफर किए जाते हैं।
अगर समय रहते इलाज मिल जाए, तो स्थितियां काबू की जा सकती है। पीआईसीयू में दो महीने से बच्चे वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर उन्हें बचाने में जुटे हैं।वही, जाजमऊ के शब्बीर (67) और दुलारेलाल (76) की लू लगने के बाद डायरिया होने से मौत हो गई। रविवार देर रात नौबस्ता के राघवेंद्र (55) की मौत हुई है। वह पहले से लिवर रोगी थे। डायरिया के बाद बेहोशी आ गई। परिजन हैलट लेकर आए लेकिन मौत हो चुकी थी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि ने बताया कि रात साढ़े नौ बजे तक 37 रोगी मेडिसिन और न्यूरोलॉजी की यूनिट में भर्ती हुए।