
बेमौसम बारिश से बहुत तेज हवाओं के चलते तिलहनी फसलों में सरसों वर्तमान समय में फूलों से पूरी तरह मगन थी। तेज हवाओं के कारण किसानों का कहना है कि फूलों की कलियां गिर गई हैं। जिसका उत्पादन पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा। वहीं जिन किसानों ने अभी तक गेहूं के फसल की सिंचाई नहीं की थी। उन फसलों को तो फायदा पहुंचा है अन्यथा जिन्होंने सिंचाई कर दी थी। पानी की अधिकता होने के कारण गेहूं की ऐसी फसलों में नुकसान पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
वही आलू की फसल पूरी तरह से तैयार है। किसान राम सुमिरन यादव बताते हैं। यदि बारिश रुकी नहीं तो आलू की फसलें जो तैयार हैं। वह बेकार हो जाएंगी। वही तिलहनी फसलों के पैदावार में अब काफी कमी आ जाएगी। इनका मानना है कि अभी तक गेहूं की फसलों में कोई नुकसान नहीं हुआ है बल्कि इससे फायदा है। बहराइच जनपद के रिसिया मटेरा क्षेत्र में दलहनी व तिलहनी फसलों को हल्की फुल्की हुई ओलावृष्टि से काफी नुकसान पहुंचा है। मौसम वैज्ञानिक उपेंद्र सिंह ने बताया बारिश से दलहनी व तिलहनी फसलों को थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचा है। उसके पीछे कारण यह है कि दलहनी फसलों में मटर फूल ले रही थी। जब अत्यधिक नमी हो जाती है तो दलहनी व तिलहनी फसलों के फूल गिरने लगते हैं जिसका उत्पादन पर सीधा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि बारिश सिर्फ आज तक ही है। कल यानी शनिवार को आसमान पर बदली छाई रहेगी बारिश की बहुत कम संभावना है। रविवार से मौसम के साफ हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है।