जेल से रिहाई के बाद हेमंत सोरेन गुरुवार को एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने उन्हें शुभकामनाएं भी दी। इसके साथ हेमंत सोरेन तीन बार सत्ता की बागडोर संभालने वाले मुख्यमंत्री बन गए।
उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन 13 जुलाई, 2013 को पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 29 दिसंबर, 2019 को और अब तीसरी बार चार जुलाई को मुख्यमंत्री बने हैं।
इस मौके पर झामुमो प्रमुख और हेमंत के पिता शिबू सोरेन, माता रुपी सोरेन, कार्यवाहक मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री बादल, रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, सांसद महुआ माजी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक कल्पना सोरेन, दीपिका पांडेय सिंह, बैजनाथ राम सहित सत्ता पक्ष के सभी विधायक और अन्य भी उपस्थित थे।
इससे पहले हेमंत सोरेन ने पिता और सांसद शिबू सोरेन के पास जाकर उनके चरण छूए। साथ ही सोशल मीडिया पर इसे शेयर करते हुए लिखा कि बाबा से मिलकर आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए उनका आशीर्वाद लिया।
राज्य में गुरुवार की सुबह से ही मुख्यमंत्री आवास से लेकर राजभवन के बीच सियासी सरगर्मी बनी हुई थी। सुबह सीएम हाउस में बैठक के बाद हेमंत सोरेन सहयोगियों के साथ राजभवन गये थे। इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर मनोनीत किया। शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित भी किया।
इसके बाद चर्चा रही कि सात जुलाई को हेमंत सहित कैबिनेट में शामिल किए गये सहयोगियों के साथ शपथ ग्रहण करेंगे। इस दिन रांची में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का भी कार्यक्रम होना है। इसलिए इस पावन दिन को शपथ ग्रहण समारोह होगा लेकिन दोपहर होते-होते यह खबर सामने आई कि गुरुवार की शाम पांच बजे राजभवन में हेमंत सोरेन अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में जो भी नाम तय होंगे, उनके लिए शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम बाद में आयोजित होंगे।