
हापुड़। मंगलवार को ईवीएम के विरोध में भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा 31 जनवरी को केन्द्रीय चुनाव आयोग नई दिल्ली पर विशाल प्रदर्शन के चरण बद्ध आंदोलन के तहत द्वितीय चरण के अन्तर्गत उप जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर मुकेश कुमार एडवोकेट ने कहा कि भारत की सर्वोच्च न्यायपालिका ने 8 अक्टूबर 2013 को एक ऐतिहासिक अजमेंट देकर कहा केवल ईवीएम मशीन से मुक्त, निस्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नही हो सकता है। इसलिए ईवीएम मशीन के साथ वीवीपीएट मशीन लगाना अनिवार्य है। इसमें वीवीपीएट के पर्चियों का सौ प्रतिशत मिलान करने से ही मुक्त, निस्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव हो सकता है। मगर कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के माध्यम से 50 प्रतिशत मिलान करने का केस की सुप्रीम कोर्ट में लाया गया केवल एक प्रतिशत मिलान करने का निर्णय देने से देश में फिर से मुक्त निस्पक्ष और पारदर्शी चुनाव न होने का खतरा कायम है। उन्होने कहा कि यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक निर्णन्य है।
मास्टर सतीश पाल सिंह ने कहा कि मशीन से निकलने वाली वीवीपीएट पर्चियों का जब तक सौ प्रतिशत मिलान नहीं किया जायेगा तब तक ईवीएम से चुनाव करना भारत की जनता के साथ षडयंत्र किया जाना है और ये लोकतंत्र के विरोध में है। हाल ही में पाँच राज्यों में हुए चुनाव में ईवीएम के घोटाले से संबधित 15 से 20 हजार केस इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया के पोर्टल पर दर्ज है। चुनाव आयोग ने अभी तक इनके सवालों के जवाब नहीं दिए जबकि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। अगर चुनाव आयोग जवानदेही के संवैधानिक सिद्धांत को नही चुनाव आयोग तानाशाह है और इन सब भारत में चुनावी घोटाला करवा रहा है। इस लिए चुनाव आयोग पर जवाबदेही का सिद्धांत को नहीं मानता है तो चुनाव आयोग तानाशाह हैं और इन सब बातों से यह सिद्ध होता है की चुनाव आयोग भारत में चुनाव घोटाला करवा रहा है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भारत मुक्ति मोर्चा बब्लू गौतम गीता पैट्रीक, मिथलेश रानी, लक्ष्मी गौतम, बब्लू सिंह, पूनम सिंह, सुमन, कमलेश, पिंकी, आशा, परी, गीता रानी, कविता एडवोकेट, रत्नो देवी, सोहनवती, रेनू, रेशम, रेखारानी, राधा, संगीता रानी, मनु, सुमनलता, रीना, अनीतारानी, आदि मौजूद रहे।