छतारी क्षेत्र में राशन डीलर दें रहें चार किलो यूनिट
शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को अनसुना करते दिखाई दे रहे अधिकारी
भास्कर समाचार सेवा
छतारी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार को भले ही गरीबों को सहायता प्रदान करने के लिए योजना दें रहें हों। लेकिन अधिकतर अधिकारी फिर भी भष्टाचार करने में बाज नहीं आते। सरकार हर माह गरीबों के लिए राशन कार्ड पर चावल, गेहूं दें रहीं हैं। लेकिन क्षेत्र के अधिकांश राशन डीलर अपनी मनमानी करते हुए गरीबों के हक पर डकैती करते हुए पांच किलो यूनिट राशन की बजाए चार किलो यूनिट राशन ही देते हैं। एक किलो राशन प्रति यूनिट की कटौती पर जब कोई उपभोक्ता राशन डीलर से पुछते है तो राशन डीलरो द्वारा उनके साथ बतमीजी की जाती है। अगर अपने अधिकार की बात करते हुए राशन डीलर की शिकायत करते हैं। तों अधिकारी भी उनकी शिकायतों पर गंभीरता न बरत कर अनसुना करते हैं। शायद इससे यही महसूस हो रहा की कही न कहीं तो राशन डीलरो से अधिकारियों की ताल मेल जरूर बनी हुई है। उपभोक्ताओं द्वारा अपने अधिकारों की शिकायतों पर अधिकारियों द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई देने पर उपभोक्ता दुःखी होकर बाद में शान्त ही बैठ जाते हैं। फिर बाद में राशन डीलर अपने आप को यमराज समझकर शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं को ताने मारते हुए उसे परेशान करते हैं। वहीं राशन डीलर स्वयं उपभोक्ता से अधिकारियों को महीनेदारी देने की बात करते हैं। वहीं अगर जांच की जाएं तो क्षेत्र के अधिकांश राशन डीलरो द्वारा राशन वितरण के समय खुलेआम कटौतियां की जाती है। वहीं शिकायतकर्ताओं ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि राशन डीलरो द्वारा वितरण में भष्टाचार करने की शिकायत की जाती है तो अधिकारियों द्वारा उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जाती है। अधिकारियों द्वारा जांच के बहाने दुकानों के वितरण का आदान प्रदान दुसरे डीलर को दे दिया जाता है। उसके बाद शिकायतकर्ताओं द्वारा परेशान होकर शांत बैठना पड़ जाता है। ऐसा ही मामला क्षेत्र के गांव त्यौर बुर्जुग में चल रहा है।
वर्जन
शिकायतकर्ताओं द्वारा राशन डीलरो की शिकायत मिलने पर सही जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाती है। वहीं शिकायतकर्ताओं द्वारा दी गई शिकायत पर जांच कर त्यौर बुर्जुग के राशन डीलर की दुकान को सस्पेंड कर दिया है। हमारे द्वारा सभी शिकायतों पर कार्यवाही की जाती है।
सन्तोष शर्मा
सप्लाई इंस्पेक्टर (शिकारपुर)