अवतरण दिवस पर याद किए गए ओलम्पियन, अर्जुन अवॉर्डी और यश भारती से सम्मानित स्व. बिशंमबर सिंह पहलवान

भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली। 4 जून को अर्जुन अवार्ड और यश भारती अवार्ड से सम्मानित स्वर्गीय बिशंमबर दिवस है। देशभर के कोने कोने में कुश्ती के क्षेत्र से जुड़े लोगों ने उनका जन्म दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया और उनके द्वारा कुश्ती के क्षेत्र में किए गए कार्यों को सराहते हुए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। बिशंमबर सिंह पहलवान 1967 में भारत में हुए कुश्ती की वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के प्रथम रजत पदक विजेता थे, बिशंमबर सिंह पहलवान 1964 के टोक्यो और 1968 के मेक्सिको ओलंपिक खेलों के कुश्ती मुकाबलों में अपनी भागीदारी पेश करके अपना लोहा विपक्षी पहलवानों को मनवाया था। बिशंमबर सिंह पहलवान का जन्म ग्राम सभा-बईपुर बुलंदशहर, यूपी में किसान परिवार स्वर्गीय मुंशी सिंह के घर में हुआ था। साधारण किसान परिवार में जन्मे स्व: विशंभर सिंह पहलवान अपनी मेहनत, संघर्ष और कुश्ती कला के माध्यम से सिर्फ प्रदेश व देश में ही नहीं विदेशों में भी भारत का परचम फहराया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने बुलंदशहर में उनके नाम से एक रोड का नाम भी बनवाया था स्वर्गीय बिशंमबर सिंह पहलवान भारतीय रेलवे के प्रथम अर्जुन अवार्डी पहलवान थे। बिशंमबर सिंह पहलवान द्वारा भारतीय पहलवानों के लिए किए गए कार्य को हमेशा सराहा और याद किया जाएगा वह कुश्ती को अपना सब कुछ समझते थे और इस भारत के लाल ने भारतीय शैली कुश्ती को मजबूत और प्रखर बनाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया, आज उनके जन्मदिन पर उन्हें पूरे देश भर में याद किया जा रहा है। भारतीय कुश्ती समाज व भारतीय-शैली कुश्ती महासंघ, ऐसे महान शख़्सियत को नमन कर रहा है।फोटो—-1

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