भू माफियाओ के कब्जे में तालाब कैसे हो जल निकासी का समाधान

भास्कर समाचार सेवा

महेवा,इटावा। विकास खण्ड क्षेत्र महेवा के मुख्यालय की ग्राम पंचायत के सम आने वाला है ग्राम पंचायतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होना तथा तालाबो पर अबैध कब्जे होना बनेगा जल भराव का कारण सरकार की मन्सा के अनुरूप सभी ग्राम पंचायतों के तालाबो को अतिक्रमण से मुक्त कराये जाने की है किंतु जिम्मेदार कर्मचारियो की हीला हबाली के चलते तालाव कब्जा मुक्त न होकर दिनों दिन अतिक्रमण का शिकार होते जा है जब जिम्मेदार अधिकारियो से तालाबो के अतिक्रमण मुक्त कराये जाने के बारे में सबाल किया जाता है तो जबाब मिलता है कि अगर कही शिकायत मिलती है तो कार्यवाही की जायेगी अब सबाल ये बनता है क्या क्षेत्रीय लेखपालों और ग्राम प्रधानों के पास ग्राम के तालाबो के बारे में कोई लेखा जोखा नही होता अगर होता है तो क्या इन लोगो की स्वयं की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की भू- संम्पत्ति की सुरक्षा करना नही है , अगर है तो शिकायत का इंतजार कियो,सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते ही अधिकांश ग्राम पंचायतों में तालाबो को पहले कूड़ा कचरा से भरकर समतल किया जाता है फिर मकान बना लिए जाते है उदाहरण के लिए देखा जाये तो महेवा बिकास खण्ड कार्यालय की बाउंड्री के पास ही ग्राम पंचायत महेवा का सदियों पुराना तालाव है जिसमे महेवा का बरसाती पानी जाता था और जल भराव की समस्या नही थी समय के साथ आबादी बढ़ी लोगो ने मकान बनाये और तालाव को भी अपनी जद में ले लिया जिसकी शिकायत भी ग्राम बासियों द्वारा मुख्य मंत्री पोर्टल पर की गई किन्तु नतीजा वही रहा जो राजस्व कर्मियों के मन भाया, इसी तरह बस्ती महेवा में भी पूरा अतिक्रमण कर तालाब को विलोपित कर दिया फिर भी सभी लोग जान के भी अनजान है इसी तरह महेवा में रामजानकी मंदिर के पास मुगल रोड किनारे ग्राम पंचायत की भूमि पर तालाब था वो भी वर्तमान समय में बिलुप्त हो गया जिसके चलते महेवा में जल निकासी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है और अधिकारी है कि कुछ सुनने को तैयार ही नही है । वहीँ ग्राम बस्ती महेवा में स्थित चार तालाबों में से एक तालाब तो बिल्कुल समाप्त होने की कगार पर हो गया है वहीँ अन्य तालाब भी काफी क्षेत्रफल में कब्जा युक्त हो गये है ।पूर्व में एस डी एम एन पी मौर्या के समय बस्ती के बीच के तालाब से कब्जा हटाने का प्रयास हुआ था पर नतीजा ढाक के तीन पात रहा । इस बारे में क्षेत्रीय लेखपाल सुधीर चौबे ने बताया कि शीघ्र ही पूरी टीम के साथ नाप जोखकर तालाबों को कब्जा मुक्त कराने की कार्यवाही की जायेगी।

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