स्टार्टअप कैसे शुरू करें, आखिर स्टार्टअप जल्द ही क्यों बंद हो जाते?

नई दिल्ली। अगर आपको लगता है कि सिर्फ एक अच्छा बिज़नेस आईडिया ही एक स्टार्टअप शुरू करने के लिए पर्याप्त कारण है तो ये आपकी गलत फहमी है। एक स्टार्टअप सिर्फ तभी सफल हो सकता है जब वह आपके कस्टमर की किसी ना किसी समस्या का समाधान करने की क्षमता रखता हो।भारत में 95 प्रतिशत से ज़्यादा स्टार्टअप के शुरू होने के एक साल के अंदर ही बंद हो जाने का यही कारण है की लोग या तो इस तथ्य हो नहीं जानते या फिर इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। दुनिया के प्रमुख प्रेरक वक्ताओं में से एक,विशिष्ट स्टार्टअप गुरु और बड़ा बिज़नेस के संस्थापक और सीईओ डॉक्टर विवेक बिंद्रा बहुत वर्षों से उन लोगों की मदद करते आ रहे हैं जो कि अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं। वह बताते हैं, स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखने से पहले आपको कुछ मुख्य बातों में या तो निपुण होना पड़ेगा या फिर उनको सीखना पड़ेगा। इसी के साथ साथ क्या करना है और क्या नहीं इसका भी ज्ञान होना बहुत आवश्यक है।

तो चलिए पहले क्या करना है और क्या नहीं को थोड़ा समझ लेते हैं।बिना अपने ग्राहक को बिलकुल अच्छे से समझे, उनकी पसंद और नापसंद को जाने कोई भी स्टार्टअप शुरू करना गलत होगा। साथ ही साथ यह भी जानना आवश्यक है की उनकी ज़रूरतें क्या हैं।जो भी उत्पाद या सेवा आप लोगों को बेचने की सोच रहे हैं, ध्यान रखिये कि एक तो उसमें नयेपन के ज़रिये प्रवेश के साथ ही बाजार को पूर्णतः बाधित कर देने कि क्षमता हो। बेहतर होगा कि आप एक बार में कई सारी चीज़ें या सेवाएं बेचने का प्रयास ना करें। कोई एक उत्पाद या सेवा को चुनिए जो आपको लगता है कि वह आपके कस्टमर को ज़रूर पसंद आएगा और उस से अपने स्टार्टअप की शुरुआत करें।

डॉक्टर विवेक बिंद्रा के अनुसार, स्टार्टअप की शुरुआत में ही एक साथ कई मार्केट में प्रवेश करना एक गलत रणनीति हो सकती है। पहले एक मार्किट से शुरू कर के उसको ठीक से समझने की कोशिश करें, जैसे कि वहां आपके प्रतियोगी कौन हैं और वो क्या कर रहे हैं, तथा आपके ग्राहक वहां कौन हैं। ये सब समझने के बाद ही किसी नयी मार्केट में प्रवेश करने का सोचें।स्टार्टअप शुरू करने से पहले ही उसकी पूरी रणनीति और परियोजना बनाने में विफल हो कर आप सिर्फ उसके विफल होने कि योजना बना रहे हैं। एक अच्छी और संपूर्ण रणनीति पहले से बना कर आप किसी भी अनदेखी चुनौती का सफलता से सामना करने में सक्षम होते हैं।स्टार्टअप शुरू करने से पहले आपको इन कौशलों में निपुण होना भी बहुत आवश्यक है।किसी भी तरह के व्यापर को शुरू करने से पहले यह अनिवार्य है कि आपके पास हर तरह की आर्थिक कठिनाओं का सामना करने की क्षमता है। इसके लिए आपका आर्थिक सञ्चालन में निपुण होना बहुत आवश्यक है।

इस बात को सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि आपका लिया हर वित्तीय फैसला आपकी कंपनी कि दीर्घकालिक लक्ष्यों से मेल खाता हो।एक व्यवसायी के लिए बहुत ज़रूरी है कि वह समय के सञ्चालन को अच्छे से समझता हो। आपको हर किसी की तरह पूरे दिन में सिर्फ 24 घंटे ही मिलते हैं और आप इस समय को कैसे और कहाँ निवेश करते हैं, वही फैसला करेगा कि आपका स्टार्टअप और आप खुद किस दिशा में अग्रसर होते हैं।आप जो वस्तु या सामान बेचना चाहते है,वह चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो उसको बेचने में आपको विक्रय और विपणन में माहिर होना ही चाहिए,क्यूंकी वो अपने आप नहीं बिकेगा। इन सब के साथ साथ आपके पास अनुकूलता का होना भी अत्यावश्यक है। सिर्फ तभी आप बिज़नेस वातावरण में दिख रहे या अपेक्षित बदलावों के लिए तैयार हो पाएंगे।

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