धौलपुर जिले के कंचनपुर थाना इलाके में एक बड़ा मामला सामने देखने को मिला । बता दें महिला से गैंगरेप के मामले में बीजेपी ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ तीनों ने ट्वीट किया है। पूनिया ने राजस्थान में अपराधियों का तालिबानी शासन बताया है। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा राजस्थान अब रेपिस्तान के रूप में कुख्यात हो गया है।
गहलोत सरकार में लॉ एंड ऑर्डर हुआ फेल
गहलोत सरकार के राज में लॉ एंड ऑर्डर को फेलियर बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा है कि धौलपुर की यह घटना बहुत निन्दनीय है। राजस्थान में रोजाना बढ़ रहीं रेप की घटनाएं चिन्ता का विषय हैं। यह घटनाएं साबित करती हैं कि प्रदेश में कुकर्मी बेखौफ हैं।
बच्चों के सामने महिला से गैंगरेप
धौलपुर जिले में 26 साल की दलित महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जिसमें गांव के दो दबंगों ने देसी कट्टा दिखाकर पति और बच्चों के सामने गैंगरेप किया। महिला अपने पति और बच्चों के साथ सरसों की कटाई कर घर वापस आ रही थी। पीड़ित महिला की शिकायत पर गैंगरेप और मारपीट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। आरोपियों ने महिला के पति को भी देसी कट्टे के बट से मारकर घायल कर दिया। इस दौरान घटनास्थल पर पीड़िता के बच्चे चीखते-चिल्लाते रह गए।
राजस्थान में अपराधियों के हौसले बुलंद
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में राजस्थान में अपराधियों का तालिबानी शासन है। बिगड़़ी कानून व्यवस्था से ऐसा लगता है कि अशोक गहलोत के राज में राजनीतिक संरक्षण में थानों की नीलामी होती है। राजस्थान एक बार फिर से शर्मसार हुआ है। धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र में खेत से लौट रही एक विवाहिता को गन पॉइंट पर लेकर उसके बच्चों और पति के सामने गैंगरेप किया गया है। प्रदेश में दलित महिला के साथ उत्पीड़न की यह पहली घटना नहीं है, अलवर जिले के थानागाजी में साल 2019 में गैंगरेप की वारदात और हाल ही में अलवर की निर्भया की घटना तक एक लंबी फेहरिस्त है।
राजस्थान की कानून व्यवस्था हुई ध्वस्त
पूनिया ने कहा कांग्रेस सरकार के 3 साल से ज्यादा के शासन में 6 लाख 51 हजार से ज्यादा दर्ज मुकदमों में मुकदमे के बाद मुकदमा और क्राइम के बाद क्राइम बढ़ते चले गए। यही कारण है कि 2021 से लेकर 2022 तक के 1 साल के पीरियड में 6337 दर्ज मामले महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और गलत व्यवहार के हैं। इस शासन में ना केवल राजस्थान की कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है, ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री को किसी अबला की अस्मत बचाने की फिक्र नहीं, अपनी कुर्सी बचाने की फिक्र है। कानून व्यवस्था की स्थिति फेलियर हो गई है। पुलिस का मनोबल गिरा हुआ है। बिगड़ी कानून व्यवस्था से अपराधी बेखौफ और आमजन असुरक्षित हैं।
गहलोत सरकार के माथे पर लगा कलंक
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर लिखा है कि कंचनपुर, धौलपुर में महिला के साथ गैंगरेप की दिल दहलाने वाली घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार के माथे पर कलंक है। गहलोत सरकार के जंगलराज का परिणाम है कि कभी ‘शांतिप्रिय राजस्थान’ के नाम से विख्यात राज्य अब ‘रेपिस्तान राजस्थान’ के रूप में कुख्यात हो चुका है। गहलोत राज जंगलराज है।