इंसानियत हुई शर्मसार जब मां के सामने ही लूटी गई थी मासूम की इज्जत, जानिए क्या है मामला

नयी दिल्ली : कई बार हम परिवार के साथ कहीं पर जा रहे होते है और कुछ भी अश्लील दिख जाता है तो हम एक दूसरे से नजरे चुराने लगते है। और अपना ध्यान कहीं और होनें का दिखावा करते है। लेकिन अगर कोई आपसे कहे कि एक बेटी की इज्जत उसकी मां के सामने लूटी जाए तो उस मां पर क्या गुजरेगी। यह सौचने मात्र से ही हमारा दिमाग खराब हो जाता है। लेकिन आज आपको एक ऐसा वाकया बताने जा रहे है जहां भीड़ के सामने एक नाबालिग का रेप कर दिया गया। वह भी उसकी मां के सामने, इस दौरान उस बच्ची की मां हाथ जोड़कर आरोपियों के सामने गिड़गिड़ाती रही और कहती रही की वो बच्ची है मर जाएगी।

लेकिन आरोपियों के कान पर जू तक नहीं रेंगी। हालांकि मामला काफी पुराना है लेकिन कुछ लोगों की दरिंदगी को समाज के सामने लाने के लिए यह बेहद आवश्यक है। घटना 8 अक्टूबर 201 की है जो बांग्लादेश मे घटीत ही थी। एक परिवार अपने बच्चों के साथ आराम से बांगालदेश के सिराजगंज मे रहता था। हालांकि इस परिवार के पास जीवन यापने करने के लिए पर्याप्त जमीन थी। बस इस परिवार की एक ही गलती थी वह यह कि वह हिंदू था और बांग्लादेश मे रहता था। लेकिन वहां के लोगों को परिवार के पास इतनी जमीन होना नागवार लगता था। इसी के चलते 8 अक्तूबर के दिन करीब दस लोगों ने पीडित अनिल चंद्र के घर पर हमला कर दिया।

और उसे डंडों से मारकर अधमरा कर दिया। और बांध दिया। और उसकी पत्नी के साथ मारपीट कर पटक दिया और उनकी 14 साल की नाबालिग बेटी पर टूट पड़े। इस दौरान उस महिला के मुहं से जो शब्द निकले वह किसी को भी झकझोर कर रखने के लिए काफी थे। उस दिन उस लाचार मां ने कहा था कि प्लीज इसके साथ एक एक बलात्कार करो यह बच्ची है मर जाएगी।

जब पीडिता के पिता को होश आया तो वह पुलिस के पास पहुंचा लेकिन वहां पर भी उसे कोई मदद नहीं मिली। हालंकि वहां के मीडिया ने इस मामले को जरूर उठाया था। बाद में मामले को लेकर एक किताब भी लिखी गई थी। लेखक तस्लीमा नसरीन ने यह लज्जा किताब लिखी थी। हालांकि इसके बाद इस लेखक को देश छोड़ना पड़ा था। खबर एक वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार लिखी गई है।

 

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