ओखला टैंक में महिला का शव मिलने के एक सप्ताह के बाद पुलिस ने मामले में तीन गिरफ्तारियां की हैं। पुलिस की जांच पड़ताल के अनुसार महिला के पति ने उसे मौत के घाट उतारा और फिर अपने दो भाईयों की मदद से लाश के सात टुकड़े कर दिए।
नई दिल्ली : एक सप्ताह पहले ओखला टैंक से एक महिला का शव मिला था। पुलिस ने अब इस गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। मामले में एक 26 साल के बेरोजगार इंजीनियर साजिब अली अंसारी और उसके दो भाईयों इश्तियाक और हसमत को गिरफ्तार किया गया है। अंसारी ने 26 वर्षीय जूही को अनबन होने के बाद मौत के घाट उतार दिया और इसके बाद अपने भाईयों की मदद से शव के सात टुकड़े कर दिए।
जानिए क्यों बनी पत्नी पति की हत्यारन
जब साजिब अली अंसारी ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारा तब रात को उसके बच्चे सो रहे थे। हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं। कुरुक्षेत्र में पढ़ाई करने के दौरान अंसारी को महिला से प्यार हो गया और दोनों ने परिवार के खिलाफ जाकर एक दूसरे से शादी की थी।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस के अनुसार उन्हें ओखला टैंक के पास जंगलों के अंदर गत्ते के बॉक्स और बैग के अंदर महिला की लाश मिली थी। लाश को टुकड़े करके बोरी में भरने के बाद बैग और गत्ते के अंदर रखा गया था। पुलिस को गत्ते पर लिखे गुड़गांव के मूवर्स ऐंड पैकर्स कंपनी के नाम से इस मामले में सुराख मिला और वह जावेद तक पहुंचने में कामयाब रही। ऐसे ही गत्तों में जावेद ने अपने घर का सामान भी पैक करके रखा था।
साल 2016 में साजिद अपनी पत्नी के साथ दिल्ली आया था
उसके पास स्थायी नौकरी नहीं थी और बच्चे होने के बाद जिम्मेदारियां बढ़ चुकी थीं। इस वजह से अक्सर पति पत्नी के बीच झगड़ा भी होता था। 20 जून की रात को एेसे ही एक झगड़े के दौरान अंसारी ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शरीर के सात टुकड़े कर दिए और कार्ट्न्स-बैग में भर कर ठिकाने लगा दिया।