हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी की गूंज आज संसद में भी सुनाई दी। इसे लेकर राज्यसभा में समाजवादी पार्टी की ज्यसभा सांसद जया बच्चन ने इस घटना की बेहद कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सार्वजनिक रूप से मार डालने की बात कह डाली।
महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या से व्यथित नजर आ रहीं जया बच्चन ने राज्यसभा में कहा कि अब समय आ गया है कि जनता को सरकार से एक निश्चित जवाब मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, इस तरह के लोगों को जनता के बीच लाया जाना चाहिए और भीड़ द्वारा मार डाला जाना चाहिए। आपको बता दें कि हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना को लेकर पूरे देश में उबाल है। इसी मामले पर आज संसद में चर्चा हो रही है।लोकसभा में भी इसपर चर्चा हो रही है।
#WATCH "People now want Govt to give a definite answer. These type of people (the accused in rape case) need to be brought out in public and lynched," Rajya Sabha MP Jaya Bachchan on rape & murder of woman veterinary doctor in Telangana pic.twitter.com/HFNjUHtSHB
— ANI (@ANI) December 2, 2019
बहुत चर्चा हुई, इस बार सरकार से सवाल पूछा जाए: जया बच्चन
जया ने कहा कि इस तरह के अत्याचार पर सदन कितनी ही बार चर्चा कर चुका है। उन्होंने कहा, ‘पता नहीं कि हम कितनी बार इस पर चर्चा करते हैं। हैदराबाद हुआ, निर्भया हुआ, कठुआ हुआ। मुझे लगता है कि इस पर सरकार से इस पर सवाल पूछा जाना चाहिए और उन्हें इस पर सटीक जवाब देना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘इस बार सरकार से पूछा जाना चाहिए कि क्या हुआ, उन्होंने इससे कैसे टैकल किया और इसमें इन लोगों को अब तक कितना न्याय मिला है?’ जया ने हैदराबाद की घटना में वहां सुरक्षा-व्यवस्था में लगे लोगों की कोताही का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह जो घटना हैदराबाद में हुई, उससे पहले दिन भी उसी जगह एक हादसा हुआ। क्या वहां के जो सिक्यॉरिटी इनचार्ज हैं, क्या आपको नहीं लगता है कि उनसे सवाल करना चाहिए कि वह इलाके को सुरक्षित क्यों नहीं कर सके? इन लोगों को पूरे देश के सामने शर्मिंदा करना चाहिए, ये लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं।’
जब जया के सुझाव पर चौंके सभापति
राज्यसभा में चर्चा के दौरान एसपी सांसद जया बच्चन अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं और बेहद कड़ी टिप्पणी कर दीं। उन्होंने सभापति वेंकैया नायडू से मुखातिब होते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को भीड़ के हवाले कर दिया जाना चाहिए और उन्हें लिंच कर देना चाहिए। जया के इस सुझाव पर सभापति असहज भी हो गए और उन्होंने ‘लिंच्ड’ शब्द पर हैरानी जताई।