किसान का बेटा हूं,दर्द समझता हूं: - राजेश चौधरी

  • विधायक ने एसडीएम एवं अन्य अधिकारियों संग किसानों का दर्द जाना
  • कभी मेंड़ पर बैठकर तो कभी चारपाई पर बैठकर सुनी समस्या

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा। लगातार हुई बरसात के बाद किसानों की बर्बाद हुई फसल को लेकर विधायक राजेश चौधरी बेचैन हैं। वह निरंतर किसानों के बीच गांव-गांव जाकर उनकी फसल को देख रहे हैं और प्रशासनिक एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों को साथ ले जाकर समाधान का रास्ता खोज रहे हैं।
मंगलवार को उन्होंने करीब दर्जन भर गांवों में किसानो संग उनके दर्द को नजदीकी से देखा और उन्हें ढांढस बंधाया। मंगलवार को मांट क्षेत्र के विधायक राजेश चौधरी अपने साथ एसडीएम इंद्र नंदन सिंह, पंचायत राज विभाग, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, विकास विभाग एवं राजस्व विभाग के आला अधिकारियों को लेकर गांव गांव बरसात से लुटे पिटे किसानों का हाल जानने के लिए पहुंचे। उन्होंने किसानों के दर्द को नजदीकी से देखा। विवाबली, पीरी, मूसरिया आदि गांवों में हालात बद से बदतर दिखाई दिए। खेतों में चार-चार फीट पानी भरा हुआ है।लगातार बरसात ने सारी व्यवस्थाओं को चौपट कर दिया है। धान के खेतों में पानी भरा हुआ है तो वही गांव में स्थित तालाब और पोखर लबालब हो चले हैं। कहीं बम्बे,नहर परेशानी का सबब बन रहे हैं तो कहीं नाले इतने अथाह पानी को निकालने में असमर्थता जता रहे हैं। तत्काल संबंधित विभागीय अधिकारी को उसके समाधान करने का निर्देश दिया। कभी खेत की मेड पर बैठकर तो कभी चारपाई पर बैठ कर किसानों की बात सुनी। उन्होंने हर गांव में किसानों को भरोसा दिया कि वह खुद किसान के बेटे हैं, किसान के दर्द से भली-भांति वाकिफ हैं। इस दैवीय आपदा के वह भी शिकार हुए हैं। अपनी पूरी शक्ति के साथ किसान के दर्द को मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के साथ साझा करेंगे। अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा दिलाएंगे। विधायक ने बाड़ोंन,अंदुआ,मुसरिया, ढकू, पीरी,बिवावली,पाराशर, नीमगांव,खेरिया,तलिया,वकला, जैंसवा, जावरा आदि गांवों में बर्बाद फसलों का निरीक्षण किया।

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