पटनाः बिहार में पटाखों के अवैध निर्माण और भंडारण की घटनाओं के बाद खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी किया है. आईबी ने सभी जोन के आईजी और डीआईजी समेत जिले के एसपी और रेल पुलिस को अलर्ट जारी किया है. आईबी ने कहा है कि अपराधियों और राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कहीं भी धमाका किया जा सकता है. जिससे जान-माल का आकस्मिक नुकसान हो सकता है.
आईबी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि पटाखों का अनियंत्रित अवैध व्यापार राज्य की सुरक्षा के लिए हानिकारक हो सकता है. इनपुट से संकेत मिला है कि पाक स्थित आतंकी गुर्गे तोड़फोड़ की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्थानीय आपूर्ति चैनलों और नेटवर्क की तलाश करते हैं. स्लीपर सेल की उपस्थिति और बिहार में उनकी पहुंच अतीत में विभिन्न हिंसक घटनाओं और विस्फोटों में प्रकट हुई है.
हो सकती है हिंसक गतिविधियांः
बोधगया विस्फोट, गांधी मैदान पटना विस्फोट, आदि इनपुट्स ने यह भी संकेत दिया है कि आतंकवादी तत्व आंतरिक इलाकों में हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए टिफिन बॉक्स में गढ़े गए आईईडीएस का उपयोग कर सकते हैं. विस्फोटक सामग्री की आसान उपलब्धता और विस्फोटक सामग्री को संभालने में विशेषज्ञता रखने वाले व्यक्तियों का भी बिहार में बड़े पैमाने पर नुकसान और जानमाल के नुकसान के लिए आतंकवादी तत्वों द्वारा शोषण किया जा सकता है.
भागलपुर के पटाखा फैक्ट्री में हुआ था ब्लास्टः
गौरतलब है कि बिहार केभागलपुर के अवैध पटाखा फैक्ट्री में बीते 3 मार्च को ब्लास्ट हुआ था. जिसमें अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. धमाका इतना जोरदार था कि उसमें चार मकान ढह गए थे. इसके साथ अन्य कई मकानों को काफी नुकसान पहुंचा था. एटीएस की टीम इस मामले की काफी गंभीरता जांच कर रही है. इसके साथ ही जिला पुलिस ने भी एक विशेष टीम का गठन किया है. भीषण विस्फोट मामले में इकलौते जीवित नामजद अभियुक्त मोहम्मद आजाद ने सरेंडर किया था. पुलिस लगातार उससे पूछताछ कर रही है. घटना में एक अन्य आरोपी आशीष गुप्ता को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की है. बताया जाता है कि आशीष गुप्ता नाम का ये लड़का बारूद की सप्लाई करता है.
जांच में मिले हैं कई सबूतः
आपको बता दें कि भागलपुर ब्लास्ट मामले के 7 दिन बीत चुके हैं और स्थानीय पुलिस द्वारा गठित एसआईटी के साथ-साथ एटीएस और एफएसएल की टीम जांच में जुटी है.धमाके के कई टेरर एंगल सामने आए हैं. पहले जहां पटाखा फैक्ट्री का नाम आ रहा था, वहां से अब कुकर बरामद हुआ है. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रेशर कुकर बम से धमाका हुआ था. प्रशासन की जांच के दौरान तीन तरह के बारूद, रस्सी, चूना और रंगीन मिट्टी के साथ प्रेशर कुकर भी बरामद हुआ है.