पुलवामा में आतंकी हमले से पूरे देश लोगों में गुस्से की लहर है। लोगों ने पाकिस्तान का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया और केंद्र सरकार से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने की मांग की। कई राजनीतिक दलों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार
गुरूवार को आतंकी हमले में घायल हुए 30 जवानों में से चार गम्भीर रूप से घायल जवानों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। अस्पताल में शहीद हुए जवानों के साथ ही अब इस हमले में शहादत पाने वाले जवानों की संख्या 48 हो गई है। गुरूवार को हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे जबकि इस दौरान 30 जवान घायल हुए थे।
आतंकी हमले पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू के बयान से सियासत को गरमा दिया है. बताते चले पंजाब सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, सिद्धू ने इस दुखद घटना पर दुख जताया है और कहा है कि ‘आतंकवादियों का कोई देश नहीं होता है कोई मजहब नहीं होता है कोई धर्म नहीं होता है कोई जात नहीं होती है, उन्होंने आगे कहा कि लोहा लोहे को काटता है सांप जब काटता है तो उसका बिष ही उसका एंटी डोज होता है, जहां जहां जंगे चलती हैं वहां डॉयलाग भी साथ चलता है और इस मामले का पर्मांनेंट सल्यूशन ढ़ूंढ़ा जाना चाहिए।’
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के मद्देनजर शुक्रवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, तीनों सेनाध्यक्ष और CRPF के डीजी ने भाग लिया। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग किया जाएगा। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया जाएगा।
इस मामले पर पीएम मोदी ने कहा
‘सुरक्षा बलों को आगे की कार्रवाई के लिए, समय क्या हो, स्थान क्या हो और स्वरूप कैसा हो, ये तय करने के लिए पूरी इजाजत दे दी गई है।’पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान आज कटोरा लेकर घूम रहा है। हमने पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है। पाकिस्तान की हालत खराब कर दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलवामा हमले की साजिश कुछ समय पहले पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने रची थी। यह राज्य में सुरक्षाबलों के काफिले पर सबसे बड़ा कार बम अटैक है। यह सीआरपीएफ पर पिछले नौ साल में दूसरा सबसे बड़ा हमला है।