#MeToo : इन दिनों सोशल मीडिया पर चल रहे ‘मीटू’ कैंपेन को लेकर कई बड़ी हस्तियाँ फंस चुके है जिसमे मंत्री से लेकर कई बड़े फ़िल्मी जगत के लोग शामिल है. आगे सांसद अमर सिंह ने कहा है कि नारी सम्मान को आहत पहुंचाने वालों को सरकार में सजा हर हाल में मिलकर रहेगी, चाहे जितना बड़ा मंत्री हो या संतरी. उन्होंने ये भी कहा कि राजनीति हो या फिल्मजगत अथवा कोई दूसरा फील्ड इससे अछूता नहीं है. राजनीति की बात करते हुए अमर सिंह ने कहा कि इसमें तमाम लोग ऐसे हैं कि दीन-दुनिया की बात करेंगे लेकिन अंदर से क्या है? कहा नहीं जा सकता.
पत्रकारों के कुरेदने पर उन्होंने कहा फिल्मजगत से सियासत में कदम रखने वाली जयाप्रदा का भी ऐसे लोगों से सामना हुआ है। अगर वह भी ‘मीटू’ व्यक्त कर दें तो आजम खान जैसे लोग जेल जा सकते हैं। अमर सिंह ने खुद को भी ‘मीटू’से खतरा बताया है।
‘आरोप लगाएं तो साबित भी करें’
उन्होंने कहा, ‘इसका गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। ‘मीटू’ का आरोप लगाने वाले अगर आरोप प्रमाणित कर सकें तो यह बहुत अच्छी बात है लेकिन सिर्फ आरोप लगा दें, यह एक बड़ा सवाल है। नारी सम्मान के लिए कोई भी कैंपेन चलता है, वह ठीक है।’ मीटू कैंपेन में लगाए जा रहे यौन शोषण के आरोपों पर अमर सिंह ने फिल्म अभिनेता जितेंद्र का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जितेंद्र पर आरोप लगाया गया कि 40 साल पहले उन्होंने किसी महिला का यौन शोषण किया।
उन्होंने कहा कि ‘मीटू’ मामलों की सही जांच के बाद ही कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे तो कोई मुझे भी फंसा सकता है। अमर सिंह ने ‘मीटू’ को लेकर ऋषियों और देवताओं से भी जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इंद्र जब विश्वामित्र के तप से परेशान हो गए तो उन्होंने मेनका को भेजा था। अगर पुराण में लिखा सत्य मानें तो विश्वमित्र का ‘मीटू’ हुआ था।