
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद का जलसा आज इमरान खान के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इस जलसे में इमरान खान की किस्मत पर आखिरी मुहर लग सकती है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से पहले इस्लामाबाद में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस जलसे में भारी संख्या में लोग शामिल हो सकते हैं।
इस जनसैलाब के जरिए वो अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। हालांकि, दावे ये भी किये जा रहे हैं कि इमरान खान इस दौरान अपने इस्तीफे की घोषणा भी कर सकते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय के यूट्यूब चैनल का नाम बदल दिया है। इसके अलावा विपक्ष की ओर से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के बीच संघीय और प्रांतीय सरकारों के 50 मंत्री ही गायब हो गए हैं।
सत्तापक्ष भी सड़क पर उतरने को मजबूर
दरअसल, आज पाकिस्तान में जम्हूरियत इस मोड पर आ पहुंची है विपक्ष के बाद अब सत्तापक्ष भी सड़क पर उतरने को मजबूर हो गया है। इमरान खान ने शनिवार को पंजाब के कमालिया में एक मीटिंग में कहा था कि 27 मार्च देश के इतिहास में निर्णायक दिन साबित होगा।
इमरान के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट
बता दें कि इमरान खान के कारण पाकिस्तान की इकोनॉमी की हालत खराब हो गई है। इनफ्लेशन 12 फीसदी पहुंच गया है। इंट्रेस्ट रेट 10 फीसदी चल रहा है। पाकिस्तान की खस्ता हालत के कारण इमरान के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं। विपक्षी दलों ने संयुक्त मोर्चा बनाया और इसे पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नाम दिया जिसमें दर्जनों पार्टियां शामिल हैं।
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष (PDM) ने 8 मार्च को प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव में कहा गया था कि ‘ चूंकि प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली के अधिकांश सदस्यों का विश्वास खो दिया है, इसलिए उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।’