शाहजहांपुर /अल्हागंज क्षेत्र के गांव फतेहपुर निवासी धीर सिंह ने बताया कि वह दूध डेरी व्यापारी हैं। मंगलवार को डेरी पर दूध देने वाले ग्राहकों को भुगतान करना था तभी वह सोमवार को अल्हागंज बैंक ऑफ बड़ौदा से दोपहर अस्सी हजार रुपए निकालने गया था। बैंक से रुपये निकालकर अपनी बैग में रख लिए और बाइक पर सवार होकर अपने घर बाजार से होते हुए जा रहे थे।
इसी दौरान उन्होंने सब्जी खरीदने के लिए मुख्य बाजार में पुराने डाक घर के सामने अपनी बाइक खड़ी कर दी और रुपये से भरा बैग उन्होंने अपना हाथ में लेकर सब्जी खरीदने लगे सब्जी खरीदने के बाद उन्होंने सब्जी को झोले में रखकर मोटरसाइकिल की डिग्गी में रख दी और सब्जी विक्रेता को 500 का नोट देकर बाकी पैसे वापस ले लिए जिसके बाद वह बाइक से अपने घर की तरफ चल दिए बाइक जैसे ही 15- 20 मीटर आगे चल पाई होगी उनका ध्यान रुपये से भरे बैग पर गया जो उनके पास नहीं था।
उन्होंने तत्काल मोटरसाइकिल पीछे सब्जी बेच रहे विक्रेता के पास पहुंचे जहां उन्होंने रुपये से भरा बैग को तलाश किया लेकिन बैग नहीं मिला । घटना के बाद बड़ी संख्या मैं घटनास्थल पर भीड़ लग गई। दिनदहाड़े दूध व्यापारी के अचानक रुपए गायब होने से बाजार में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सब्जी विक्रेता समेत एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। थाना उपनरीक्षक नागेंद्र सिंह ने बताया दूध व्यापारी ने बैंक से रुपए निकाले थे। जो सब्जी लेते समय गायब हो गए हैं। सीसीटीवी की मदद ली जा रही है। उम्मीद करते हैं जल्दी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
पुलिस पिकेट से 300 मीटर की दूरी पर दिनदहाड़े दूध व्यापारी के अस्सी हजार रुपये से भरा बैग गायब होने से नगर में व्यापारियो में दहशत का माहौल बन गया है। व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष आलोक दीक्षित ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा बस स्टैंड से लेकर मुख्य बाजार तक पुलिस की ड्यूटी रहती है जिसके बाद भी अपराधी बेखौफ होकर व्यापारी एवं नागरिकों से लूट जैसी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं । जिस पर पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम है। ऐसे में व्यापारियों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है।