राष्ट्रपति कोविंद के अभिभाषण में दिखा मोदी सरकार के 5 साल का लेखा-जोखा, पढ़ें 5 बड़ी बातें

किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयास: कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खाद्यान्नों का रिकॉर्ड उत्पादन करने के लिए किसानों की तारीफ करते हुये गुरुवार को कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है। श्री कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुये कहा “सरकार देश के किसानों की आय दुगुनी करने के लिए दिन-रात प्रयत्नशील है। किसानों की हर जरूरत को समझते हुये, उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए सरकार प्रयासरत है। कृषि उपकरण और बीज खरीदने से लेकर बाजार में कृषि उत्पाद पहुंचाने और बेचने तक की पूरी प्रक्रिया में किसानों को अधिक सुविधा और सहायता मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है।”

सर्जिकल स्ट्राइक देश की नयी नीति और नयी रीति: कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि सरकार ने देश की सुरक्षा और रक्षा जरूरतों के साथ एक पल के लिए भी किसी तरह का समझौता नहीं किया और सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक उसकी ‘नयी नीति और नयी रीति’ का प्रतीक है।  संसद के बजट सत्र के पहले दिन केन्द्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए श्री कोविंद ने कहा कि सरकार ने हर तरह की चुनौती से निपटने के लिए सुरक्षा तंत्र को हर पल मजबूत किया है और रक्षा जरूरतों को नजरंदाज नहीं किया। पिछले वर्ष भारत उन चुनिंदा देशों की पंक्ति में शामिल हो गया जिनके पास परमाणु त्रिकोण की क्षमता है।

महत्त्वपूर्ण कदम था नोटबंदी: कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि कोलधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान में नोटबंदी का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम था।  श्री कोविंद ने यहाँ बजट सत्र के पहले दिन संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुये कहा कि इस फैसले ने कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था पर प्रहार किया और वह धन, जो व्यवस्था से बाहर था, उसे देश की अर्थव्यवस्था से जोड़ा। मोदी सरकार द्वारा किये गये सुधारों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि ‘बेनामी संपत्ति कानून’, ‘प्रिवेन्शन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट’ और आर्थिक अपराध करके भागने वालों के खिलाफ बने कानून के तहत 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई हो रही है।

जनधन खातों ने बचत करने का तरीका बदल दिया: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री जन-धन योजना से लोगों में बचत का तरीका बदलने का उल्लेख करते हुये आज कहा कि इस योजना से देश में 34 करोड़ लोगों के बैंक खाते खुले हैं और देश का लगभग हर परिवार बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ गया है। श्री कोविंद ने यहाँ बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि इन जनधन खातों में जमा 88 हजार करोड़ रुपये इस बात के गवाह हैं कि कैसे इन खातों ने बचत करने का तरीका बदल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) का विस्तार करने से पिछले साढ़े चार वर्ष में 6.05 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि लाभार्थियों तक पहुँची है। डीबीटी से लगभग एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचे हैं। लगभग आठ करोड़ ऐसे नामों को भी लाभार्थियों की सूची से हटाया गया है जो वास्तव में थे ही नहीं और बहुत से बिचौलिये फर्जी नाम से जनता का धन लूट रहे थे।

मोदी सरकार के कार्यकाल में 21 करोड़ गरीबों को बीमा कवच : कोविंद
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मोदी सरकार को “गरीबों की पीड़ा समझने वाली सरकार” बताते हुये गुरुवार को कहा कि उसने समाज के वंचित लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा है और 21 करोड़ से ज्यादा गरीबों को बीमा सुरक्षा कवच प्रदान किया है।  श्री कोविंद ने यहाँ बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुये कहा, “हम इस बात से भली-भाँति परिचित हैं कि बीमारी के इलाज का खर्च, किसी गरीब परिवार को और भी गरीब बनाता है। इस पीड़ा को समझने वाली सरकार ने पिछले वर्ष ‘आयुष्मान भारत योजना’ शुरू की। सिर्फ एक रुपया प्रति माह के प्रीमियम पर ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ और 90 पैसे प्रतिदिन के प्रीमियम पर ‘प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना’ के रूप में लगभग 21 करोड़ गरीब भाई-बहनों को बीमा सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है।”

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