कर्नाटक में ओला, उबर और रैपिडो पर बैन लगने के बाद बेंगलुरु की ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स अपना ऐप शुरू करने जा रही है। ऑटो ड्राइवर ने नम्मा यात्री नाम से कैब सर्विस एप शुरू का फैसला किया है। यह एप कन्नड़ राज्योत्सव दिवस पर 1 नवंबर से काम करना शुरू होगा। बेकन फाउंडेशन के साथ साझेदारी में इसे लॉन्च किया जाएगा, जिसे इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणी का सपोर्ट है।
उबर जैसी कंपनियां ड्राइवरों का शोषण करती हैं- अध्यक्ष रुद्रमूर्ति
बेंगलुरु में ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स यूनियन (ARDU) के अध्यक्ष रुद्रमूर्ति का कहना है कि ओला, उबर जैसी कंपनियां ड्राइवरों का शोषण करती आई हैं। यात्रियों से भी मनमानी वसूली करती रही हैं। इसलिए हम इन पर लगे बैन का स्वागत करते हैं। वहीं, यात्रियों को कोई असुविधा न हो, इसलिए अपनी एप सर्विस शुरू करने जा रहे हैं।
रुद्रमूर्ति ने बताया- हम उन ग्राहकों को खो रहे हैं, जिन्हें ज्यादा किराया देना पड़ रहा है। इसीलिए हम एप लॉन्च कर रहे हैं। नम्मा यात्री एप का किराया सरकार की तरफ से तय शुल्क के अनुसार होगा। दूसरी तरफ कर्नाटक में ओला, उबर और रैपिडो की ऑटो सर्विस पर आज से रोक लग गई है।
कर्नाटक सरकार ने Ola-Uber और रैपिडो पर लगाया बैन
मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा
ओला, उबर और रैपिडो का वर्चस्व खत्म करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने स्वतंत्र एप सर्विस शुरू करने की बात कही थी। हालांकि, कुछ दिनों बाद ही सरकार ने फैसला लेने से इनकार कर दिया। अब मौजूदा सरकार ने अत्यधिक किराया वसूली के चलते ओला-उबर पर बैन लगाया है। आदेश न मानने पर कंपनी और वाहन मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
यह कदम यात्रियों की तरफ से शिकायत करने के बाद आया है। परिवहन विभाग से शिकायत की गई थी कि कैब कंपनियां न्यूनतम किराया 100 रुपए ले रही हैं, भले ही दूरी 2 किमी से कम हो। सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक, ऑटो किराया के लिए 2 किमी तक का अधिकतम किराया 30 रुपए तय है। इसके बाद हर किमी पर 15 रुपए लिए जा सकते हैं।