मुख्यमंत्री के करीबियों और रिश्तेदारों पर भी कार्रवाई, नौकरी के समय से चल रहीं हैं कई जांच
-500 अफसर प्रदेश के भोपाल-इंदौर, गोवा व दिल्ली के 50 ठिकानों पर एक साथ कर रहे कार्रवाई
भोपाल । आयकर विभाग की टीम ने रविवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। आयकर विभाग की टीम ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव प्रवीण कक्कड़ के ठिकानों पर छापा मारा। मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों और करीबियों के ठिकानों पर भी आयकर अफसर कार्रवाई कर रहे हैं। इनमें कमलनाथ के भांजे राहुल पुरी, सलाहकार आरके मिगलानी और प्रतीक जोशी शामिल हैं।
@OfficeOfKNath close aides been raided in Indore and Delhi over allegations of cash collection during elections @INCMP @shailendranrb @ajaiksaran @avinashonly @shailgwalior @RahulKothariBJP @BJP4MP @ChouhanShivraj @ShivrajDabi pic.twitter.com/KRNYFixf4k
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) April 7, 2019
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि 500 अफसर मध्यप्रदेश के भोपाल-इंदौर, गोवा और दिल्ली के 50 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई कर रहे हैं। इनमें अमिता ग्रुप और मोजर बियर भी शामिल हैं। रविवार सुबह तीन बजे 15 से अधिक अधिकारियों की टीम ने प्रवीण कक्कड़ के इंदौर में स्कीम नंबर 74 स्थित निवास पर छापा मारा। इसके साथ ही विजय नगर स्थित शोरूम, बीएमसी हाइट्स स्थित ऑफिस, शालीमार टाउनशिप और जलसा गार्डन, भोपाल स्थित घर श्यामला हिल्स, प्लेटिनम प्लाजा कॉलोनी समेत अन्य स्थानों पर भी जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि सर्विस के दौरान ही उन पर कई जांच चल रही थीं। प्रवीण जब पुलिस अधिकारी थे तभी उनके खिलाफ कई मामले सामने आए थे। बताया जा रहा है कि जब आयकर विभाग की टीम सुबह पहुंची तो प्रवीण कक्कड़ के परिवार के लोग घबरा गए थे। जब उन्हें पुख्ता हो गया कि ये सभी आयकर के अधिकारी हैं तो उन्होंने जांच में सहयोग किया। वहीं छापे के दौरान 09 करोड़ रुपये की राशि बरामद होने की सूचना मिली है। चर्चा है कि इन पैसों का प्रयोग चुनावों में होना था। यह नकदी भोपाल में प्रतीक जोशी के आवास से जब्त की गई है। प्रवीण को पुलिस विभाग में नौकरी के दौरान उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। इसके बाद उन्होंने 2004 में अपने नौकरी छोड़ दी और कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के निजी सचिव बन गए। कहा जाता है कि 2015 में कांतिलाल को रतलाम-झाबुआ सीट पर मिली जीत प्रवीण कक्कड़ द्वारा बनाई गई रणनीति से मिली थी।
दिसंबर 2018 में वे सीएम कमलनाथ के निजी सचिव बने थे। प्रवीण जब पुलिस अधिकारी थे तब भी उनके खिलाफ कई मामले सामने आए थे। प्रवीण सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया के काफी करीबी माने जाते रहे हैं।