जयपुर । राजस्थान में काला धन जमा होने के आरोपों को लेकर आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को जयपुर स्थित गणपति प्लाजा में स्थित निजी लॉकर्स कंपनी पर विभागीय टीम की छापेमारी की। यहां आयकर की टीम ने एक लॉकर को तोड़कर उसमें से लाखों रुपये की नकदी बरामद की है, जबकि दूसरे लॉकर में नोटों से भरी एक बोरी मिली है, जिसकी गिनती होनी है। आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
क्या है लॉकर्स में काला धन जमा होने का मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 13 अक्टूबर को भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सनसनीखेज खुलासा किया था। उनका आरोप था कि राजस्थान पेपर लीक मामले में जयपुर के गणपति प्लाजा में 100 निजी लॉकर्स में 500 करोड़ रुपये का कालाधन और 50 किलोग्राम सोना रखा हुआ है। उन्होंने पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों की देखरेख में इन लॉकर्स को खोलने की मांग की थी, जिसके बाद पुलिस और आयकर विभाग ने कंपनी के मुख्य गेट को सील कर दिया था।
लॉकर्स के अब तक कितनी नकदी और सोना हुआ बरामद
भाजपा सासंद मीणा के आरोपों के बाद 17 अक्टूबर को गणपति प्लाजा में मौजूद 3 निजी लॉकर्स से आयकर की टीम ने करीब 30 लाख रुपये बरामद किए थे। इसके बाद 21 अक्टूबर को टीम ने अन्य लॉकर से करीब 2.46 करोड़ रुपये बरामद किए थे। इन लॉकर्स से अब तक कुल 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी और 12 किलो से अधिक सोना बरामद किया जा चुका है। गणपति प्लाजा में करीब 1,100 निजी लॉकर्स हैं।
भाजपा सांसद ने क्या लगाए हैं आरोप
भाजपा सांसद मीणा ने मामले में राजस्थान भ्रष्टाचार विरोधी शाखा, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) में में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
उनका आरोप है कि राजस्थान में हुए विभिन्न घोटालों और पेपर लीक घोटले से जमा हुआ कालाधन लॉकर्स में रखा गया है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि पेपर लीक मामले में आरोपी बाबूलाला कटारा को राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का सदस्य नियुक्त करने में कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया का हाथ था।
राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव का मतदान होना है और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। इस बीच आयकर विभाग और ED ने यहां अपनी छापेमारी की कार्रवाईयां तेज कर दी है। राजस्थान में 200 सीटों पर करीब 5.2 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। यहां पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थीं और यहां तभी से कांग्रेस की सरकार है।