
- धारदार हथियार, दर्जनों की संख्या में ज्वलनशील पदार्थ बरामद
- बम निरोधक दस्ता दल ने बरामद ज्वलनशील पदार्थों को किया निष्क्रिय
करछना, प्रयागराज। औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत भरौवा, कुटिया गांव के समीप नई रेलवे लाइन से महज लगभग 200 मीटर की दूरी पर खेत में यानी की जमीन के अंदर गड्ढे कर छुप कर रखे गए ज्वलनशील पदार्थ (बम) के धमाके से एक जानवर (सूअर) की मौत हो गई। जबकि एक जानवर का छोटा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। अचानक धमाके की आवाज से उक्त स्थान पर रहने वाले लोगों में भारी हड़कंप पर मचा रहा। सूचना मिलने पर पुलिस के साथ ही बम निरोधक दस्ता दल की टीम घटना स्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल कर बरामद ज्वलनशील पदार्थ को कब्जे में लेते हुए मौके पर ही निष्क्रीय कर दिए। जबकि इलाकाई पुलिस बरामद ज्वलनशील पदार्थ को पटाखा बता रही है।
वहीं ग्रामीणों में कई तरह की चर्चाएं दिन भर व्याप्त है। किसी अनहोनी की आशंका से वहां पर हड़कंप भी मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के नगर निगम नैनी के अंतर्गत आने वाले भरौवा, कुटिया निवासी सुरेश कुमार भारतीया पुत्र स्वर्गीय रामगोपाल भारतीया प्रतिदिन की तरह शनिवार सुबह लगभग 9:00 बजे अपने मवेशी जानवर लगभग 90 की संख्या में (सूअर) को घर से कुछ दूरी पर स्थित नई रेलवे लाइन से लगभग 200 मीटर की दूरी स्थित एक मकान के पीछे खेत में लेकर गए हुए थे। उक्त स्थान पर कई पिलर भी गड़े हुए हैं। बताया जाता है कि अचानक एक मवेशी का पैर उक्त स्थान पर पड़ा। जहां पर ज्वलनशील पदार्थ (बम) को जमीन के अंदर छुपा कर रखा गया था।
अचानक मवेशी का पैर पड़ते ही बताते हैं कि तेज धमाके के साथ कई फीट ऊपर जाकर उक्त मवेशी की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि एक छोटे मवेशी की आंख में बारूद आदि चले जाने की वजह से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। तेज धमाके की आवाज होने से वहां पर रहने वालों के साथ ही सड़क से गुजर रहे लोगों में भारी हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ दूरी पर स्थित नई और पुरानी रेलवे लाइन ट्रैक के बीच में जोरदार धमाका होने से दिन भर किसी अनहोनी की आशंका को लेकर लोगों में चर्चाएं व्याप्त रही। लगभग 10:00 बजे सुबह सूचना मिलने पर औद्योगिक क्षेत्र थाने के पुलिस फोर्स पहुंची और उक्त स्थान को घेराबंदी करते हुए वहां पर लोगों को जाने से रोक दिया गया।
लगभग 1:30 बजे दोपहर (बीडीएस) बम निरोधक दस्ता की टीम मौके वारदात घटित स्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल की तो, बताया जाता है कि प्लास्टिक के डिब्बे, झोला सहित अन्य चीजों में छुपा कर जमीन के अंदर रखे गए ज्वलनशील पदार्थ को बरामद किया गया। बम निरोधक दस्ता दल के सदस्यों ने बरामद सभी ज्वलनशील पदार्थों को एक-एक कर वहीं पर निष्क्रीय कर दिए साथ ही मौके पर ही एक धारदार चाकू जैसा उपकरण एक नुकीला छोटा भाला भी बरामद किया गया है। जिस स्थान पर तेज आवाज के साथ ज्वलनशील पदार्थ फूटा है। उसके दोनों छोर पर नई और पुरानी रेलवे लाइन निर्मित है। उन दोनों रेलवे लाइन से ट्रेनों की आवाजाही बनी रहती है।
आखिरकार वहां पर कौन और किस मकसद से ज्वलनशील पदार्थ को जमीन के अंदर छुपा कर रखे थे। यह तो जांच का विषय है, लेकिन इलाकाई पुलिस इस पूरे प्रकरण को बड़े हल्के में लेने में जुटे हुए हैं। जबकि बता दे कि अभी 26 फरवरी को महाकुंभ मेले का औपचारिक रूप से समाप्ति की घोषणा भी कर दी गई है। सवाल उठना है कि कोई किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए या और कुछ खतरनाक मंसूबे के इरादे से ज्वलनशील पदार्थ को जमीन के अंदर छुपा कर रखा गया था। इसका जवाब संबंधित पुलिस के पास भी नहीं है। बताते हैं कि लगभग डेढ़ सौ के करीब ज्वलनशील पदार्थ मौके पर मौजूद थे, लेकिन इलाकाई पुलिस उसकी संख्या लगभग चार दर्जन से अधिक बता रही हैं।
हालांकि कुछ भी हो, लेकिन ज्वलनशील पदार्थ का मिलना ही अपने आप में एक सनसनीखेज है। जबकि नई व पुरानी रेलवे लाइन पर जीआरपी आरपीएफ की भी गस्त लगातार बनी रहती है। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से यह एक बहुत बड़ी चूक भी हो सकती है। नापाक इरादा रखने वाले लोगों का मकसद आखिर क्या था। यह तो जांच पड़ताल के बाद ही सत्यता सभी के सामने आ पाएगी। वहीं इस संबंध में औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी कुशल तिवारी का कहना है कि बरामद ज्वलनशील पदार्थों की संख्या करीब 50 थी। जिसे सुतली वाला बम कहते हैं। वहीं था। मौके पर पहुंचे बीडीएस की टीम ने सभी को निष्क्रीय कर दिए।