
आगरा : कहते हैं कि ‘जाको राखे साईयां मार सके न कोय।’ यह कहावत उस समय चरितार्थ हो गई जब बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक दो साल के मासूम को उसके ही भाई ने चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया। गनीमत रही कि लोको पायलट ने हिम्मत दिखाकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बच्चे की जान बचा ली। उसे सकुशल उसकी मां को सौंप दिया। बाद में जब ट्रेन आगरा पहुंची तो उसने इसकी लिखित जानकारी आगरा रेलवे मंडल के अधिकारियों को दी। जिसके बाद डीसीएम ने लोको पायलट की जमकर तारीफ की।
बताया जा रहा है कि यह मालगाड़ी 21 तारीख को फरीदाबाद से चली थी। इसी दौरान बल्लभगढ़ स्टेशन के पास अचानक ही एक 15 साल के लड़के ने 2 साल के मासूम को उछाल कर ट्रैक पर फेंक दिया। ट्रेन में तैनात आगरा मंडल के लोको पायलट दीवान सिंह ने तत्काल ब्रेक लगाकर बच्चे को बचा लिया। रेस्क्यू के दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोको पायलट ने आला अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी।
लोको पायलट ब्रेक लगाने पर उतरा तो बच्चा पहियों के बीच फंसा था
लोको पायलट ने तत्काल ब्रेक लगाया और गाड़ी से उतरा। बच्चा ट्रेन के इंजन के पहियों के बीच फंसा था। हालांकि, सकुशल था और बहुत डर गया था। लोको पायलट ने उसे इंजन से निकाल कर मां के सपुर्द कर दिया। इस पूरी घटना की जानकारी उसने आगरा छावनी स्टेशन पर वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता उत्तर मध्य रेलवे को वीडियो समेत लिखित जानकारी दी।











