ऊर्जा अनुसंधान के क्षेत्र की होगी प्रगति: अजीत
भास्कर समाचार सेवा
रुड़की। परोस्काईट सेमी कंडक्टर अपने ऊर्जा के क्षेत्र में, पर्यावरण, सेंसर्स बॉयोमेडिसन और अन्य बहुत से ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों के भावी प्रयोगों के लिए एक बड़े अनुसंधान रुझान के रूप में उभरा है। इस क्रम में साझा अनुसंधान सुविधा की स्थापना और ज्ञान के मंच को साझा करने के उद्देश्य से पैन इंडिया सोसाइटी और परोस्काईट-पेरोस्काईट सोसाइटी ऑफ इंडिया की स्थापना की गई है। इसका उद्घाटन अजय प्रकाश साहनी भारत सरकार में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना तकनीकी मंत्रालय के सचिव ने किया। आईआईटी रुड़की के डॉयरेक्ट प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी ने भारत में इस सोसायटी के विकास से ऊर्जा अनुसंधान के क्षेत्र की प्रगति के लिए इसे आवश्यक बताया। उद्घाटन के उपरांत एक दिवसीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें देश के प्रमुख वैज्ञानिकों ने प्रतिभागिता की। जिनमें प्रोफेसर डीडी शर्मा, क्रिस्टोफ ब्राबेक, प्रोफेसर एसपी सिंह, प्रोफेसर आशीष गर्ग, प्रोफेसर परमेश्वर अय्यर, डॉ. विनीत सैनी, प्रोफेसर एम नजीरुद्दीन, प्रोफेसर सुबोध म्हाइसकर, प्रोफेसर अन्नालिसा ब्रुनो, प्रोफेसर डेनियल प्रोकोविज ने अनुसंधान की गतिविधियों के संबंध में महत्वपूर्ण विचार रखे। इकोल पॉलीटेक्निक फेडरल डी लॉसेन स्विट्जरलैंड से आए प्रोफेसर माइकल ग्रेटजेल ने अपना प्रमुख सारगर्भित संबोधन दिया।