गोंडा। 15 दिन पहले नर्सिंग छात्र अंकित तिवारी का शव रेलवे ट्रैक पर मिला, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और मृतक के चाचा सुनील तिवारी ने शहर के नारायण अस्पताल के डाॅक्टर दीपक सिंह समेत अन्य पर जीआरपी कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया, इसके बाद घटना स्थल को लेकर विवेचना गोंडा पुलिस को मिल गयी। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य निकाला जिसमें आरोपी डाक्टर की लोकेशन अस्पताल व शहर में मिली ,वर्तमान में आरोपी डाॅक्टर श्री सिंह फरार हैं और उनकी मोबाइल स्विच आफ चल रही है।उधर स्टेट मेडिकोलीगल टीम ने घटना स्थल का मंगलवार को दौरा किया और अब अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंपने जा रही है। घटना 25 जनवरी की शाम की है जब अंकित तिवारी नारायण अस्पताल से डाॅक्टर विवाद के बाद पांच बजकर 50 मिनट पर बाहर निकला, बाद में सतई पुरवा के पास रेलवे टृैक पर उसका शव मिला।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और नगर पुलिस दवारा मुकदमा न दर्ज किये जाने पर जीआरपी कोतवाली में मामला दर्ज हुआ। जीआरपी ने घटना स्थल नगर कोतवाली क्षेत्र बताकर विवेचना जिला पुलिस को भेज दी। एसपी विनीत जायसवाल ने स्टेट लीगल फोरेंसिक के निदेषक से विवेचना में मदद ली जिसके तहत टीम ने मौके पर ब्लड सैंपल व मेंडिकोलीगत की रिपोर्ट तैयार की है। अब पुलिस को मिले साक्ष्य पर यह तय करना है कि अंकित तिवारी की हत्या की गयी या डाॅक्टर के उत्पीडन के चलते ऐसा हुआ। दोनों धाराओं में आरोपियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। पुलिस को स्टेट फोरसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। एसपी विनीत जायसवाल का कहना है कि साक्ष्य व रिपोेर्ट के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है, कानून के तहत दोशियों को बक्षा नहीं जाएगा।
गोंडा का चर्चित है, अंकित हत्या का मामला
गोंडा, अंकित हत्या को लेकर कई संगठनों ने हत्यारोपियों पर कारवाई को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा और पीडित परिवार के लोग घर गये , न्याय दिलाने का दिलासा दिलाया। राजनीतिक क्षेत्र में अंकित की हत्या चर्चित है। खुलासे के बाद ही विराम लग पायेगा।