इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अगले पांच सीजन (2023 से 2027) के मीडिया राइट्स की नीलामी रविवार 11 बजे शुरू हुई। पहली बार मीडिया राइट्स के लिए कंपनियां ई ऑक्शन के जरिए बोली लगा रही हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने नीलामी खत्म होने के लिए कोई समय-सीमा तय नहीं की है। इसलिए मुमकिन है कि विजेता कंपनी की घोषणा होने में एक से ज्यादा दिन का वक्त लग जाएगा।
चार अलग-अलग पैकेज के लिए बोली
पहले पैकेज में भारतीय उपमहाद्वीप के टीवी राइट्स शामिल हैं। यानी जो कंपनी इसे हासिल करती है वह भारत सहित दक्षिण एशिया के देशों में लीग का टीवी पर प्रसारण करेगी। इस पैकेज में एक मैच का बेस प्राइस 49 करोड़ रुपए है।
दूसरा पैकेज भारतीय उपमहाद्वीप में डिजिटल राइट्स का है। इसे हासिल करने वाली कंपनी दक्षिण एशिया में लीग का डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारण करेगी। एक मैच का बेस प्राइस 33 करोड़ रुपए है।
तीसरे पैकेज में 18 चुनिंदा मैचों के डिजिटल राइट्स शामिल किए गए हैं। इनमें सीजन का पहला मैच, वीकएंड पर होने वाले हर डबल हेडर में शाम वाला मैच और चार प्लेऑफ मुकाबलों को रखा गया है। एक मैच का बेस प्राइस 11 करोड़ रुपए है।
चौथे पैकेज में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के टीवी और डिजिटल प्रसारण अधिकार शामिल हैं। एक मैच का बेस प्राइस 3 करोड़ रुपए है।
चारों पैकेज का कंबाइंड बेस प्राइस 32,890 करोड़ रुपए
चारों पैकेज के बेस प्राइस को जोड़ दिया जाए तो 5 साल में होने वाले 370 मैचों का कंबाइंड बेस प्राइस 32,890 करोड़ रुपए है। पिछली बार (2018 से 2022) मीडिया राइट्स 16,347 करोड़ रुपए में बेचे गए थे। यानी अगर बेस प्राइस पर ही इस बार मीडिया राइट्स बिकते हैं तो BCCI को पिछली बार की तुलना में दोगुनी रकम मिलना तय है।
BCCI को 45 से 50 हजार करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद
भारतीय क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि इस बार मीडिया राइट्स की नीलामी से उसे 45 से 50 हजार करोड़ रुपए तक मिल सकते हैं। कुछ एक्सपर्ट्स 60 हजार करोड़ रुपए तक की बात भी कर रहे हैं।
पहले और दूसरे पैकेज के लिए रिलायंस और स्टार में कड़ा मुकाबला
वैसे तो नीलामी में 8 कंपनियां होड़ में हैं लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में टीवी और डिजिटल राइट्स (पहला और दूसरा पैकेज) के लिए मुकेश अंबानी की कंपनी वायकॉम 18 और स्टार के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। सोनी भी नीलामी में उतर रही है लेकिन, कंपनी ने जिस तरह बेस प्राइस ज्यादा होने पर आपत्ति जताई है उससे इस बात की उम्मीद कम है कि वह अग्रेसिव बिडिंग करेगी
टाइम्स इंटरनेट, फन एशिया और ड्रीम 11 सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप के डिजिटल राइट्स (दूसरा पैकेज) के लिए बोली लगा सकती है।
स्काई स्पोर्ट्स और सुपर स्पोर्ट्स विदेशी मार्केट के लिए राइट्स (चौथा पैकेज) खरीदने पर जोर देंगी।
हर पैकेज के लिए अलग-अलग लगानी होगी बोली
2017 में जब टीवी राइट्स बेचे गए थे तब कंपनियों के पास कंपोजिट दावेदारी पेश करने का विकल्प था। यानी कंपनियां एक साथ टीवी और डिजिटल के लिए बोली लगा सकती थी। तब फेसबुक ने डिजिटल राइट्स के लिए 3900 करोड़ रुपए ऑफर किए थे। स्टार ने डिजिटल के लिए इससे कम रकम की पेशकश की थी लेकिन राइट्स उसे मिल गए। ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि स्टार ने टीवी और डिजिटल के लिए कंपोजिट दावेदारी के तहत ज्यादा रकम ऑफर किए थे।
इस बार कंपोजिट दावेदारी पेश करने का विकल्प नहीं है। यदि कोई कंपनी एक से अधिक पैकेज हासिल करना चाहती है तो उसे अलग-अलग पैकेज के लिए बोली लगानी होगी।
शुरुआत पहले और दूसरे पैकेज के साथ होगी
बोली लगाने की प्रक्रिया पहले और दूसरे पैकेज के साथ होगी। कंपनियों को दोनों पैकेज के लिए प्रति मैच के हिसाब से बोली लगानी होगी। इनकी नीलामी संपन्न होने के बाद तीसरे और चौथे पैकेज के लिए बोली लगेगी। पहले पैकेज को जीतने वाली कंपनी के पास दूसरे पैकेज के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली कंपनी को चुनौती देने का मौका होगा। इसी तरह दूसरे पैकेज को जीतने वाली कंपनी के पास तीसरे पैकेज के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली कंपनी को चुनौती देने का मौका होगा।