
हाल ही में केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर काफी बवाल हुआ। इससे चंद महीने पहले भी ऐसे ही बवाल के बीच केरल पुलिस ने केन्द्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन के निजी वाहन को भगववान अयप्पा के मंदिर में जाने से रोका था। ये कार्रवाई आईपीएस अधिकारी यतीश चंद्र ने की थी। यतीश की उम्र करीब 30 साल है, उनको वहां ‘दंबंग’ ऑफिसर के नाम से जाना जाता है।
दबंग आईपीएस ने साफ शब्दों में मंत्री को कहा था कि उनके निजी वाहन को परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आईपीएस ने कहा, ‘वहां पर पार्किंग की समस्या है। सरकारी वाहन वहां वीआईपी को उतारकर वापस आ जाते हैं। अगर एक निजी वाहन जाने दिया जाएगा तो अन्य लोग भी वहां जाने का प्रयास करेंगे। अगर वहां ट्रैफिक की व्यवस्था खराब होती है तो क्या आप जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं?
आईपीएस ने कहा, ‘आप मुझे लिखकर दे दीजिए तो मैं आपके निजी वाहन को जाने की अनुमति दे दूंगा। मैं तो आपको लिखकर देने को तैयार हूं।’ मंत्री ने कहा कि वह इस तरह का कोई आदेश नहीं दे सकते। आईपीएस ने कहा, ‘यही तो समस्या है, कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।
यतीश चंद्र ने स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद बापू जी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी में दाखिला लिया। कैंपस से ही उन्हें कॉग्निजेंट टेक्नॉलॉजी में साफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर सलेक्ट कर लिया गया। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2010 में पास कर लिया और उन्हे देश भर में 211वां रैंक मिला। जाहिर है इस घटना के बाद वो हिरो बन गए हैं।















