इजराइल-हमास जंग का आज छठा दिन है। इस बीच इजराइल ने लोगों को गाजा पट्टी खाली करने को कहा है। सेना ने आसमान से पर्चे गिराए हैं। इन पर लिखा है- हमास के हमलों की वजह से इजराइली सेना जवाब दे रही है। इन पर्चों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा लिखा गया है कि जिन इमारतों पर हमास काम कर रहा है, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा।
इजराइल ने सीरिया में हमास के समर्थक ईरान के ठिकानों पर हमला किया है। ये हमले दमिश्क में एयरपोर्ट के करीब हुए हैं। वहीं इजराइली मंत्री ने कहा है कि गाजा जब तक बंधक बनाए गए इजराइलियों को छोड़ नहीं देता, तब तक उसे बिजली-पानी नहीं मिलेगा।
दरअसल, 9 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर पर कब्जे के बाद इजराइल ने गाजा तक होने वाली बिजली सप्लाई रोक दी थी। जिसके बाद 11 अक्टूबर को पूरे गाजा में बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। 5 में से 3 वाटर प्लांट्स ने भी काम करना बंद कर दिया है।
दूसरी, तरफ भारत ने इजराइल पर हमास के हमले को आतंकी हमला बताया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन को लेकर भारत की पॉलिसी लंबे समय से एक ही रही है। भारत हमेशा से बातचीत से आजाद और संप्रभु फिलिस्तीन बनाने की वकालत करता रहा है। अभी भारत का यही स्टैंड है।
इजराइल में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत ऑपरेशन अजय की शुरुआत कर चुका है। आज रात इजराइल के डेविड बेंगुरिअन एयरपोर्ट से रात 9 बजे चार्टर प्लेन भारत के लिए रवाना होगा। इससे 230 लोग कल सुबह वापस लौटेंगे। वहीं, ब्रिटिश नागरिकों को वापस लाने ब्रिटेन की फ्लाइट भी आज इजराइल से रवाना होगी।
गाजा में UN एजेंसी के पास सिर्फ 12 दिन का खाना-पानी बचा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में फिलिस्तीनी रिफ्यूजी के लिए काम कर रही UN रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के पास बहुत कम मात्रा में खाना और पानी बचा है। इस मात्रा से सिर्फ 12 दिन का काम चल सकता है। इसके बाद 1 लाख 80 हजार लोगों के भूखे रहने की नौबत आ जाएगी।
एजेंसी की डिप्टी डायरेक्टर जेनेफर ऑस्टिन ने कहा- सड़कों पर मलबा है, रास्ते बंद हो गए हैं। कम्युनिकेशन लाइन कट गई है। लोगों की मदद करने में काफी मुश्किलें हो रही हैं। 7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में अब तक 2,500 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से करीब 1,300 इजराइली हैं। अब तक करीब 1,200 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है।
अमेरिकी विदेश मंत्री बोले- हमास इजराइल को तबाह करना चाहता है
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज इजराइल पहुंचे। यहां उन्होंने PM नेतन्याहू से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा- हमास का एक ही मकसद है- इजराइल को तबाह करना और यहूदियों की हत्या करना। उन्होंने कहा- अमेरिका हमेशा इजराइल की मदद करेगा।
रक्षा मंत्री बोले- अब जंग के सारे नियम खत्म, गाजा को 180 डिग्री बदल देंगे
इधर, दुनियाभर से हजारों इजराइली जंग में शामिल होने के लिए अपने वतन लौट रहे हैं। ग्रीस से लेकर न्यूयॉर्क तक एयरपोर्ट पर इजराइलियों की भीड़ है। इजराइली मीडिया के मुताबिक, सेना ने रिजर्व सैनिकों की संख्या 3 लाख 60 हजार कर दी है, इसीलिए इजराइलियों में घर लौटने की होड़ मची है।
इजराइल सरकार ने जंग से जुड़े फैसले लेने के लिए यूनिटी गवर्नमेंट और 3 सदस्यों की वॉर कैबिनेट बनाई है। नई सरकार में विपक्षी पार्टी को भी शामिल किया गया है। कैबिनेट में प्रधानमंत्री नेतन्याहू, विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज और मौजूदा डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट रहेंगे।
इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा- हमने युद्ध के सभी नियम खत्म कर दिए हैं। हमारे सैनिक अब किसी भी चीज के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। उन पर मिलिट्री कोर्ट में कोई केस दर्ज नहीं होगा। हमास गाजा को बदलना चाहता था, हम इसे 180 डिग्री तक बदल डालेंगे। वे इस बात के लिए हमेशा पछताएंगे कि गाजा अब कभी भी पहले जैसा नहीं हो पाएगा।
भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन अजय की शुरुआत
वहीं, भारत सरकार ने इजराइल में फंसे 18 हजार भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन अजय की घोषणा की है। इसके लिए आज पहली फ्लाइट रवाना हो चुकी है। इस दौरान इंडियन नेवी भी मदद के लिए तैयार रहेगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- भारत सरकार ऑपरेशन अजय के तहत भारतीयों को वापस लाएगी। जो भी वापस आना चाहे, आ सकता है।
इजराइल में भारतीय राजदूत ने बताया कि पहली फ्लाइट से भेजे जाने वाले रजिस्टर्ड लोगों की जानकारी ईमेल कर दी गई है। अगली फ्लाइट के लिए अन्य रजिस्टर्ड लोगों की जानकारी भेजी जाएगी। तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में मौजूद सभी भारतीय फिलहाल सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है।