7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले के बाद इजरायल की सेना ने हमास के ठिकानों पर जबर्दस्त बमबारी करने के बाद अब जमीनी कार्रवाई भी शुरू दी है। इजरायल की सेना अब उत्तरी गाजा में दाखिल हो चुकी है। जमीनी कार्रवाई में इजरायली सेना ने हमास का ऑपरेशनल कमांड सेंटर को तबाह कर दिया है। साथ ही हमास के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के लॉन्चपैड्स को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। हालांकि इजरायल ने इसे एक टारगेटेड कार्रवाई बताया है। वहीं इजरायल की सैन्य कार्रवाई में अब तक दर्जनभर से ज्यादा हमास कमांडर मारे जा चुके हैं।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का आज 21वां दिन है। इजराइली सेना ने गुरुवार रात को बताया कि उन्होंने हमास के 5 सीनियर कमांडरों को मार गिराया है। इनमें हमास इंटेलिजेंस का डिप्टी हेड शादी बारूद भी शामिल है। वो इजराइल पर हमले करने वाले हमास के पॉलिटिकल विंग के लीडर याह्या सिनवार के साथ मिलकर काम करता था। वही, हमास ने दावा किया है कि इजराइली हमले में 50 बंधकों की मौत हो गई। है। इसके पहले हमास ने दावा किया था कि 20 बंधक इजराइली हमले में मारे गए हैं। दरअसल, 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाके 200 से 250 इजराइली और विदेशी नागरिकों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। इनमें से अब तक 4 बंधकों को रिहा किया गया है।
मिस्र के तबा शहर में मिसाइल गिरी, 6 घायल
एक न्यूज के मुताबिक, इजराइली सीमा के पास मिस्र के लाल सागर रिसॉर्ट शहर तबा की एक मेडिकल फैसिलिटी के पास एक मिसाइल गिरी, जिससे छह लोग घायल हो गए। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हुआ है कि मिसाइल जंग से संबंधित थी या किसी गलत टेस्टिंग की वजह से ऐसा हुआ।
अमेरिका ने गुरुवार को सीरिया में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। अमेरिका ने इसे इराक और सीरिया में उनकी सेना पर हुए हमले का बदला बताया। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस हमले का आदेश राष्ट्रपति बाइडेन ने दिया था, जिससे अमेरिका ये मैसेज दे सके कि वो अपनी सेना पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
रिपोर्ट का दावा- इजराइल बंधकों की रिहाई के लिए सौदे करने को तैयार
कान पब्लिक ब्रॉडकास्टर रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने मध्यस्थता करवाने वाले कतर को बताया है कि वो बड़ी संख्या में बंधकों की रिहाई के लिए सौदा करने को तैयार है। हालांकि, इजराइल बंदियों के बदले हमास को क्या देगा इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। गाजा में बड़े पैमाने पर फ्यूल की क्राइसिस है, जिसकी वजह से लोगों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। इजराइल ने गाजा में ईंधन की सप्लाई रोक रखी है, क्योंकि उसे डर है कि इसका इस्तेमाल हमास हमलों के लिए करेगा।
जंग में सीजफायर के लिए आज UN में वोटिंग
गाजा में लगातार हो रहे हमलों के बीच मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है। इस बीच गुरुवार को UN मीटिंग में यूरोपियन लीडर्स ने जंग को कुछ दिन रोकने की मांग उठाई। इसका मकसद गाजा में मानवीय मदद पहुंचाना है। शुक्रवार को UN जनरल असेंबली के एक स्पेशल सेशन में सीजफायर को लेकर एक ड्राफ्ट पर वोटिंग होगी।
दरअसल, WHO ने बताया था कि गाजा में फिलहाल सुविधाओं और खास तौर पर ईंधन की कमी के चलते 35 में से 12 अस्पताल बंद हो चुके हैं। वहीं 7 बड़े अस्पतालों में क्षमता से ज्यादा मरीज भर्ती हैं, जिससे वहां लोड बढ़ता जा रहा है। इस बीच यूरोपियन यूनियन के नेता गुरुवार को ब्रसेल्स में बैठक करेंगे। इस दौरान वो मानवीय मदद के लिए जंग को कुछ समय तक रोकने की संभावना पर चर्चा करेंगे।
इजराइली हमले में हमास के रॉकेट मैन की मौत
इजराइली सेना ने गुरुवार को गाजा में 250 जगहों पर हमला किया है। इस दौरान उन्होंने हमास के ठिकानों, कमांड सेंटर, सुरंगों और रॉकेट लॉन्चर्स को निशाना बनाया। IDF ने बताया है कि उनके हमले में हमास का रॉकेट मैन हसन अल अब्दुल्लाह मारा गया है।
उत्तरी गाजा से इजराइल की तरफ दागे जाने वाले रॉकेट्स की जिम्मेदारी अब्दुल्लाह के पास थी। इजराइली खुफिया एजेंसी शिन बेत ने IDF को उसके ठिकानों की जानकारी दी थी। गुरुवार को कुछ ही घंटों में इजराइल ने दक्षिणी गाजा में 48 जगहों पर एयरस्ट्राइक की हैं। इनमें 481 लोगों की मौत हो गई। ये वो लोग हैं जो इजराइल की उत्तरी गाजा छोड़ने की चेतावनी के बाद वहां आए थे। जंग में अब तक 7 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 3 हजार बच्चे हैं।
गाजा में टैंकों के साथ घुसी सेना
इस बीच पहली बार इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने माना कि इजराइल 7 अक्टूबर के हमले को रोकने में नाकाम रहा। नेतन्याहू ने कहा- आने वाले समय में 7 अक्टूबर को हमास का हमला न रोक पाने के लिए मेरे साथ ही सभी को जवाब देना पड़ेगा।
वहीं, इजराइली सेना ने बताया कि वो बुधवार रात टैंकों के साथ उत्तरी गाजा में घुसे थे। उन्होंने हमास के कई ठिकानों और रॉकेट लॉन्च पोजिशन को निशाना बनाया। दूसरी तरफ, यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल अमेरिका की बात मानकर जमीनी हमले को कुछ समय तक टालने के लिए तैयार हो गया है।
ईरान बोला- गाजा पर हमले के पीछे अमेरिका
दूसरी तरफ, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने गाजा पर इजराइल के हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा- इजराइल हमास पर जो हमले कर रहा है उसके पीछे अमेरिका का हाथ है। गाजा में जो अपराध हो रहे हैं, उसे अमेरिका डायरेक्ट कर रहा है। अमेरिका के हाथ बच्चों, महिलाओं और कई दूसरे लोगों के खून से रंगे हैं। अमेरिका अपराधियों का सहयोगी है।
अलजजीरा के रिपोर्टर ने परिवार खोया
गाजा पर हो रही इजराइल की बमबारी में अलजजीरा के रिपोर्टर ने अपना परिवार खो दिया। अरेबिक भाषा के ब्यूरो चीफ वायल अल दाहदू सेंट्रल गाजा के नुसरेत रिफ्यूजी कैंप में रह रहे थे। हमले में उनकी पत्नी, बेटा, बेटी और एक नवजात पोता मारा गया। इजराइल-हमास जंग में 20 ज्यादा पत्रकारों को जान गंवानी पड़ी है। गाजा शहर में 22 अक्टूबर को इजराइल की एयरस्ट्राइक में रोश्दी सैराज नाम के जर्नलिस्ट की मौत हो गई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में 7 अक्टूबर के बाद से अब तक कुल 19 जर्नलिस्ट्स मारे गए हैं। ये सभी फिलिस्तीनी मूल के थे।
हमास के पास 5 लाख लीटर ईंधन
इजराइल की सेना ने दावा किया है कि हमास के पास 5 लाख लीटर ईंधन है। IDF ने कहा- हमास ने गाजा में ही इसे छिपा रखा है। हमास-ISIS इस ईंधन को नागरिकों से चुराते हैं और इसे अपनी सुरंगों, रॉकेट लॉन्चर और नेताओं तक पहुंचाते हैं। सेना ने कहा- गाजा के लोगों को ईंधन की कमी की शिकायत इजराइल से नहीं बल्कि हमास से करनी चाहिए। उनसे ही फ्यूल मांगना चाहिए। दरअसल, जंग के बीच गाजा से लगातार ईंधन खत्म होने की खबरें आ रही हैं।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी
इजराइल में यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी।