हमास लड़ाकों से भिड़े इजराइली सैनिक, सीनियर हमास लीडर को मार गिराया

तेल अवीव । इजराइल और हमास की जंग का आज 25वां दिन है। इस बीच इजराइली सेना ने दावा किया है कि उन्होंने हमास के सीनियर लीडर नसीम अबु अजीना को मार गिराया है। ये 7 अक्टूबर को इजराइल के 2 शहर एरेज और नेतिव हासारा पर हमले का मास्टरमाइंड था।

दूसरी तरफ, देर रात इजराइली सेना ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा- हमने गाजा में कई घंटे तक एक स्पेशल और सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशन किया। इस दौरान हमास के कब्जे में मौजूद अपनी एक महिला सैनिक को छुड़ा लिया । यह सैनिक अब परिवार के साथ है और पूरी तरह सेहतमंद है।

इजराइली फौज ने यह भी साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन तेज किया जाएगा। उधर सोमवार देर रात प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा- 7 अक्टूबर से इजराइल युद्ध में है। इजराइल ने इस युद्ध की शुरुआत नहीं की। इजराइल यह युद्ध नहीं चाहता था। हम युद्ध विराम का ऐलान नहीं करेंगे, यह हमास के सामने सरेंडर करने जैसा होगा।

नेतन्याहू ने आगे कहा- हम बेहतर भविष्य के वादे को तब तक साकार नहीं कर पाएंगे जब तक हमास जैसे बर्बर लोगों से लड़ने के लिए तैयार नहीं होंगे।

इजराइली बंधक बोले- नेतन्याहू नागरिकों की रक्षा में नाकाम रहे

इस बीच हमास ने बंधकों का एक वीडियो जारी किया है। 76 सेकेंड के वीडियो में तीन इजराइली महिलाएं दिख रही हैं। इनमें से एक महिला ने कहा- इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लोगों की सुरक्षा करने में नाकाम रहे। उसने रिहाई के लिए प्रिजनर स्वैप का प्रपोजल मानने की अपील की है।

वहीं, हमास के जारी किए गए वीडियो को इजराइल ने प्रोपेगैंडा बताया है। सरकार का कहना है- हम बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। हमास ने 200-250 लोगों को बंधक बनाया है। अब तक सिर्फ 4 बंधक आजाद किए गए हैं।

गाजा में लोगों को फोन पर शहर छोड़ने की चेतावनी

इधर, अलजजीरा की रिपोर्टर ने बताया कि गाजा सिटी में रह रहे लोगों को फोन पर शहर खाली करने की चेतावनी दी जा रही है। पत्रकार युम्ना अल सईद ने कहा- मेरे परिवार को इजराइली सेना की तरफ से एक फोन आया। इसमें कहा गया कि फौरन गाजा छोड़ दें।

इसके पहले सेना ने आसमान से पर्चे गिराए थे। इन पर लिखा था- हमास के हमलों की वजह से इजराइली सेना जवाब दे रही है। जिन इमारतों में हमास काम कर रहा है, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा।

वेस्ट बैंक में इस्लामिक जिहाद के 4 मेंबर्स मारे गए

वेस्ट बैंक में भी हालात बिगड़ रहे हैं। यहां इस्लामिक जिहाद के 4 मेंबर्स मारे गए हैं। अब तक 120 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। 600 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कई हमास लड़ाके बताए जा रहे हैं। वहीं, 30 अक्टूबर को फिलिस्तीनियों ने जेनिन इलाके में घुसे इजराइली टैंकों पर पत्थरबाजी की थी।

इजराइल को नए प्रधानमंत्री की जरूरत: लेबर पार्टी

टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल की लेबर पार्टी की लीडर मेरव मिचेली का कहना है कि सरकार इस कठिन समय में इजराइल का नेतृत्व करने में विफल रही है। वक्त आ गया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को पद से फौरन हटा दिया जाए।

उन्होंने कहा- सरकार हमास लड़ाकों से हमारी रक्षा नहीं कर पाई। वो हमारे लोगों को बंधक बनाकर ले गए। सरकार अब तक बंधकों को वापस नहीं ला पाई है। ये बताता है कि हमें नए प्रधानमंत्री की जरूरत है। जंग में अब तक 9700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल के 1400 से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं। वहीं, 8,306 फिलिस्तीनियों की भी मौत हुई है।

टैंकों के साथ इजराइली सेना के गाजा शहर में घुसने की खबर थी। अल जजीरा के मुताबिक, गाजा शहर के बाहरी इलाकों में हमास लड़ाके सैनिकों से भिड़ गए, जिसके बाद इजराइली सेना अब यहां से वापस जा रही है। गाजा सिटी में नॉर्थ गाजा को साउथ गाजा से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है। इसे बंद किए जाने की भी खबर है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। कम्युनिकेशन बंद हो गया है।

इस महीने फिलिस्तीन को फंड जारी नहीं करेगा इजराइल

इजराइल के फाइनेंस मिनिस्टर बेजलेल स्मोट्रिच ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक लेटर लिखा है। इसमें कहा गया है कि नवंबर में फिलिस्तीन अथॉरिटी (PA) को कोई फंड रिलीज नहीं किया जाएगा। फाइनेंस मिनिस्टर के मुताबिक यह फैसला इसलिए किया गया है, क्योंकि फिलिस्तीन अथॉरिटी हमास को मदद देती है और उसने 7 अक्टूबर को यहूदियों के नरसंहार का समर्थन किया था।

बंधक बनाई गई लड़की की मौत

7 अक्टूबर को हमास लड़ाके एक जर्मन-इजराइली लड़की को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। उसकी मौत हो गई है। इजराइली राष्ट्रपति इजाक हर्जोग ने इसकी जानकारी दी। शानी लोउक को म्यूजिक फेस्टिवल से बंधक बनाया गया था। मौत की वजह फिलहाल नहीं बताई गई है।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’

हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’

हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?

मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी

​​​​​​इजराइल में यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी।

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