जहांगीरपुरी हिंसा : पुलिस ने गिरफ्तार किए 21 लोग, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ

दिल्ली के जहांगीरपुरी में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में असलम भी शामिल है जिसने दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मेदालाल मीणा पर गोली चलाई थी। उससे एक देसी बंदूक बरामद की गई है।
सभी आरोपियों के पास से कुल तीन देसी बंदूकें और पांच तलवारें बरामद हुई हैं।

जहांगीरपुरी में क्या हुआ था?
उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी में शनिवार शाम को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हो गई थी।
शोभायात्रा वालों का कहना है कि मुस्लिम इलाके से निकलने पर उन पर पत्थर फेंके गए, जिसके बाद ये हिंसा हुई। वहीं मुस्लिमों का कहना है कि शोभायात्रा में शामिल लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की कोशिश की।
हिंसा में लगभग 10-12 लोग घायल हुए जिनमें आठ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

दूसरे शूटर की पहचान हुई, लेकिन अभी तक फरार
हिंसा की वीडियो में दो लोगों को गोली चलाते हुए देखा गया था। इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं दूसरे शूटर की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि उसकी पहचान हो चुकी है और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
शोभाय़ात्रा में शामिल लोगों से बहस शुरू करने वाले अनसर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर चार-पांच लोगों को साथ लाकर बहस शुरू करने का आरोप है।

इलाके में कड़ी सुरक्षा, सभी 14 जिलों में अलर्ट
दोबारा हिंसा न भड़के, ये सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इलाके में तैनात किया गया है और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली के सभी 14 जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए ड्रोन की मदद से इलाके और छतों पर नजर रखी जा रही है। सड़कों पर बैरिकेड्स लगे हुए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

हिंसा पर भाजपा और AAP आमने-सामने
मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। दिल्ली भाजपा प्रमुख आदेश गुप्ता ने कहा कि ये हिंसा AAP के रोहिंग्या और बांग्लादेशी अप्रवासियों को गैरकानूनी शरण देने का नतीजा है।
इसके जवाब में AAP ने भाजपा को हिंसा के पीछे बताते हुए कहा, “खुद आदेश गुप्ता ने केजरीवाल के घर पर हमला करने वाले आठ गुंडों का सम्मान किया था। जब आप गुंडों को सम्मानित करते हो तो जनता को संदेश देते हो कि आप हिंसा की तरफ हो।”

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