
एमजे चौधरी
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक जेल डासना की जिला जेल के जेल परिसर के बाहर स्थित मंदिर में 2 अप्रैल को हुए मां के जागरण के दौरान नींद के झोंके को दूर करने के उद्देश्य से मां का गुणगान करते हुए डासना जिला जेल के एक डिप्टी जेलर का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल के उपरांत जहां एक तरफ एक आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री सहित जेल विभाग के मंत्री द्वारा इसका संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। तो दूसरी तरफ जेल प्रशासन ने इस वीडियो का खंडन करते हुए दैनिक भास्कर को बताया कि माता के जागरण में जब सभी श्रोता झूम रहे थे। तभी नींद के झोंके को दूर करने के लिए मां भगवती के जागरण के दौरान श्रोताओं के साथ-साथ डिप्टी जेलर द्वारा भी ऐसा नृत्य किया गया जिससे श्रोता भी झूम उठे। यानी कि इसको कुछ लोगों द्वारा गलत तरीके से पेश किया गया है। जबकि मां भगवती के जागरण के द्वारा नींद को दूर करने के उद्देश्य से मां भगवती के जागरण में श्रद्धालु इस तरह का नृत्य करते हैं। लिहाजा इसे दूसरी तरीके से लोग देख रहे हैं। मगर हम इसका खंडन करते हैं कि वहां पर नागिन डांस नही हुआ।

इस तरह का कोई भी कार्य जेल प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया। साथ ही यह मां भगवती का जागरण जेल रोड पर स्थित मंदिर के परिसर में 2 अप्रैल की रात्रि को हुआ था । जिसमे जागरण मंडली की टीम और सभी स्टाफ के लोगों द्वारा इस में सहयोग किया गया था। इस जागरण कार्यक्रम में बाहरी कोई नही था न ही कोई बार बाला भी नही थी। इस तरह के कार्यक्रम में बार बाला का होना असंभव है। ये सब बदनाम करने की साजिश है । कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर इस तरह का वीडियो वायरल कर भ्रामक खबरें फैला रहे हैं। जिसका जेल प्रशासन खंडन करते हैं। सूत्रों से जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि जेल प्रशासन के सभी कर्मचारियों द्वारा जेल परिसर के बाहर मंदिर में मां का जगराता होने के चलते काफी संख्या में जेल प्रशासन के कर्मचारी और उनके परिवार के ही सदस्य मौजूद थे। तो वहीं पर किसी असामाजिक तत्व द्वारा इस तरह की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। जिससे जेल प्रशासन को बदनाम करने के उद्देश्य से इस तरह का वीडियो वायरल किया गया है। इस मामले की जांच पड़ताल भी उच्च स्तर पर कराई जाएगी और ऐसे असामाजिक तत्व पर कड़ी कार्रवाई शासन को करने के लिए लिखी जाएगी।