नई दिल्ली । कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 37 जवानों के शहीद होने के मद्देनजर सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार सुबह कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति ने बैठक की। प्रधानमंत्री कार्यालय 7 लोक कल्याण मार्ग में हुई इस बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विदेश मंत्रालय इस संबंध में सभी राजनयिक विकल्पों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का इस हमले में सीधा हाथ है। इसलिए पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा हटा लिया गया है। जेटली ने कहा कि हमले के दोषी और इसको समर्थन देने वाले सभी को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इसी बीच सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर जाएंगे। विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने एक बयान में कहा है कि यह कुछ ऐसा घटनाक्रम है जिस पर कार्रवाई करनी जरूरी है, ताकि ऐसा हमला दोबारा न हो सके। पाकिस्तान को अपने यहां जैश ए मोहम्मद और मसूद अजहर को लेकर जिम्मेदारी उठानी होगी। इस बीच जानकारी मिली है कि भारतीय वायु सेना का सी-17 जहाज इंडियन एयरवेज से जम्मू कश्मीर के लिए उड़ान भरेगा और शहीद जवानों के शवों को लेकर आएगा।
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हुए आतंकी हमले में अब तक 44 जवान शहीद हो चुके हैं। दुनियाभर के देशों ने इस हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की है। अमेरिका ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान नहीं जाने की सलाह दी है।