जालौन: जनभागीदारी से बनी नून नदी से निकाली गई कांवड़ यात्रा, उमड़ा आस्था का सैलाब

जालौन : जनभागीदारी से पुनर्जीवित की गई नून नदी में सावन माह के दौरान लोगों की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान कोंच तहसील क्षेत्र के सतोह गांव के सैकड़ों ग्रामीण कांवड़ यात्रा निकालते हुए नदी पर पहुंचे, जहां उन्होंने नदी की पूजा-अर्चना कर जल से कांवड़ भरी। इसके बाद उस जल को ले जाकर गांव के प्राचीन शिवलिंग पर चढ़ाया। साथ ही उन्होंने नदी का धन्यवाद भी किया, जो हर साल बारिश में गांव में तबाही मचाती थी, लेकिन इस वर्ष ग्रामीणों को नदी से कोई नुकसान नहीं हुआ।

बताते चलें कि जालौन की कोंच तहसील क्षेत्र के गांव सतोह के ग्रामीणों ने आपसी तालमेल और मेहनत के ज़रिये विलुप्त हो चुकी नून नदी को दोबारा अस्तित्व में ला दिया है। ग्राम प्रधान हरीकिशोर पटेल की अगुवाई में ग्रामीणों ने श्रमदान कर एक बार फिर नदी को पुनर्जीवित कर दिया, जो प्रदेशभर में जनभागीदारी का एक बड़ा उदाहरण बन गया है। इसकी तारीफ़ स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर चुके हैं।

जालौन की नून नदी एक बार फिर चर्चा में है। गांव के ग्रामीणों ने नदी का आभार प्रकट करने के लिए गांव से कांवड़ यात्रा निकाली, जिसमें सैकड़ों ग्रामीण डीजे की धुन पर थिरकते हुए नदी पर पहुंचे। वहां नदी की पूजा-अर्चना कर उन्होंने कांवड़ भरी, जिसे प्राचीन शिवलिंग पर चढ़ाया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष बारिश के मौसम में उनके खेत भर जाते थे, साथ ही गांव में भी पानी घुस आता था। लेकिन नदी के पुनरोद्धार से अब इस समस्या से उन्हें निजात मिली है। इसी को लेकर उन्होंने सावन माह में कांवड़ यात्रा निकाली और पूजा कर नदी के जल को शिवलिंग पर चढ़ाया।

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