जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ मौर्चा खोल दिया है। आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
जम्मू-कश्मीर में रमजान के दौरान लागू किए गए सीजफायर के खत्म होते ही ऑपरेशन ऑलआउट फिर से शुरू हो गया है. शुक्रवार सुबह दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई. इलाके में कई घंटे चली मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए.
पुलिस के जवान आशिक हुसैन शहीद
इस एनकाउंटर के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान आशिक हुसैन भी शहीद हो गए. इसके अलावा एक नागरिक की भी मौत हुई है, अभी नागरिक की पहचान की जा रही है. सुरक्षाबलों को देर रात ही आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्हें घेर लिया गया था.
इंटरनेट सेवा बंद
एनकाउंटर के बाद कश्मीर के कई जिलों में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई है. जिस जगह पर ये एनकाउंटर हुआ वहां पर काफी स्थानीय नागरिक एकत्रित हो गए थे. इसके अलावा पुलवामा में भी स्कूली छात्रों ने सीआरपीएफ और पुलिस पर पथराव किया.
अनंतनाग जिले श्रीगुफवारा इलाके में हुई इस मुठभेड़ में सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया. इनमें पुलवामा का माजिद, श्रीनगर का दाऊद और भिजबिहारा का आदिल भी शामिल है. बताया जा रहा है कि मारा गया माजिद हिज्बुल आतंकी समीर टाइगर का करीबी था.
कौन था समीर टाइगर?
गौरतलब है कि समीर टाइगर 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. समीर पुलवामा का रहने वाला है और हिज्बुल के कई हमलों में शामिल हो चुका है. बुरहान वानी के बाद समीर को कश्मीर के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया गया है. समीर ने आतंकी वसीम के जनाजे में शामिल होकर फायरिंग भी की थी.
आपको बता दें कि 17 जून को सीजफायर खत्म होने का ऐलान किया गया था. जिसके बाद से ही राज्य में सेना ने अपना ऑपरेशन शुरू कर दिया था.
सीजफायर खत्म होने के बाद सेना का ये दूसरा बड़ा ऑपरेशन था. इससे पहले बीते गुरुवार को भी सेना ने पुलवामा के त्राल में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया था. जिसमें एक स्थानीय नागरिक भी घायल हुआ था. बताया गया था कि आतंकी आकिब हीनास के घर में छुपे हुए थे. आकिब को कुछ साल पहले ही एनकाउंटर में मार दिया गया था.
अमरनाथ यात्रा को लेकर जारी किया गया है अलर्ट
28 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है ऐसे में सुरक्षाबल पूरे राज्य में अलर्ट पर हैं. अमरनाथ यात्रा से पहले ही खुफिया रिपोर्ट मिली है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा रूट पर फिदायीन हमला कर सकते हैं.
आतंकियों की किसी भी हिमाकत का जवाब देने के लिए श्रीनगर में NSG के ब्लैक कैट कमांडो तैनात किए गए हैं. ये कमांडो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. साथ ही एयरपोर्ट की सुरक्षा भी इन कमांडो के जिम्मे ही है.
खुफिया रिपोर्ट के बाद श्रीनगर में तैनात किए गए NSG कमांडो को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की खास ट्रेनिंग दी गई है. NSG की टीम में दूर से मार करने वाले स्नाइपर के अलावा क्लोज कॉम्बैट टीम के जवान भी शामिल हैं. ये सभी जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं.